स्मार्ट हलचल यूपी पूर्वोत्तर रेलवे के लिए 8 अप्रैल 2025 का दिन एक महत्वपूर्ण पहल का गवाह बना, जब पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सुश्री सौम्या माथुर ने वाराणसी मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय स्थित भारतेंदु सभाकक्ष में पूर्वोत्तर रेलवे के सेवित क्षेत्र से जुड़े 16 माननीय सांसदों एवं 09 सांसद प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में यात्री सुविधाओं, रेलवे संरचना विकास एवं समन्वयात्मक प्रयासों पर गहन विमर्श हुआ।
इस बैठक में महाप्रबंधक के साथ मंडल रेल प्रबंधक श्री विनीत कुमार श्रीवास्तव, मुख्यालय गोरखपुर से आए रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष एवं मंडल के विभिन्न शाखाओं के अधिकारी भी उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता छपरा से सांसद श्री राजीव प्रताप रूडी ने की, जिन्होंने कहा कि “ऐसी संवादात्मक बैठकें रेलवे और जनता के बीच की दूरी घटाती हैं और सुझावों से यात्री सुविधाओं की गुणवत्ता में वृद्धि होती है।”
छपरा सांसद श्री रूडी ने छपरा और छपरा कचहरी स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं को और उन्नत करने के लिए विशेष सुझाव दिए। उन्होंने कोरोना काल के दौरान निरस्त की गई गाड़ियों के स्टॉपेज की पुनः समीक्षा करने का भी आग्रह किया। इसके अलावा उन्होंने रेलवे और रोड ट्रांसपोर्ट विभाग के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर ओवरब्रिज, अंडरब्रिज एवं लिमिटेड हाईट सबवे निर्माण को गति देने की बात कही।
रूडी ने छपरा रेलवे कॉलोनियों की साफ-सफाई एवं रख-रखाव की स्थिति को सुधारने की आवश्यकता बताई। साथ ही मंडल में बने अंडरपासों में जलजमाव की पुरानी समस्या के तकनीकी समाधान हेतु निर्देशित किया। उनका कहना था कि “सुरक्षा और सुविधा दोनों ही रेलवे की प्राथमिकता होनी चाहिए।”
बलिया से सांसद श्री सनातन पांडेय ने रेवती स्टेशन की दुर्दशा पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले स्थापित यह स्टेशन अब सिर्फ एक हाल्ट स्टेशन बनकर रह गया है। टिकट काउंटर समेत अन्य यात्री सुविधाएं हटाई जा चुकी हैं और प्लेटफार्म भी उखाड़ दिया गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने रेवती स्टेशन को पुनः विकसित करने, यात्री सुविधाएं बहाल करने और उसकी ऐतिहासिक गरिमा लौटाने की माँग की।
देवरिया के सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी ने देवरिया स्टेशन पर ओवरब्रिज निर्माण और यात्रियों की भीड़ प्रबंधन पर सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि आने-जाने के रास्तों को अधिक सुविधाजनक बनाया जाना चाहिए जिससे वृद्ध और दिव्यांग यात्रियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
घोसी लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्री दरकेश्वर कुशवाहा के प्रतिनिधि ने भी बैठक में भाग लिया। उन्होंने विशेष रूप से घोसी क्षेत्र के स्टेशनों की सफाई, सुरक्षा और रात्रिकालीन रोशनी की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रेलवे की भूमिका केवल परिवहन तक सीमित नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक जीवन रेखा जैसी है।
कुशीनगर, मऊ, सलेमपुर, आजमगढ़, गाज़ीपुर और अन्य क्षेत्रों से आए सांसद प्रतिनिधियों ने भी रेलवे स्टेशनों पर फुटओवर ब्रिज, पेयजल की सुविधा, वेटिंग एरिया की स्थिति, और शौचालयों की स्वच्छता से संबंधित सुझाव प्रस्तुत किए।
बैठक में रेलवे महाप्रबंधक सुश्री सौम्या माथुर ने सभी सुझावों को गंभीरता से सुना और बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे लगातार यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि “जनप्रतिनिधियों के सुझाव हमारे लिए मार्गदर्शन के समान हैं, और हम प्राथमिकता के आधार पर सभी विषयों पर कार्रवाई करेंगे।”
महाप्रबंधक ने बताया कि कई स्टेशनों पर कार्य प्रगति पर हैं और आगामी महीनों में नई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि रेलवे जनता की सेवा में तत्पर है और संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं देने के लिए कृतसंकल्प है।
बैठक में उपस्थित रेलवे अधिकारियों में प्रमुख रूप से प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक, प्रमुख मुख्य अभियंता, प्रमुख संरक्षा अधिकारी, मंडल अभियंता, वाणिज्य प्रबंधक, स्वास्थ्य अधिकारी, और विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने सांसदों द्वारा दिए गए बिंदुओं को संज्ञान में लिया।
बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई और सभी जनप्रतिनिधियों ने महाप्रबंधक द्वारा लिए गए सकारात्मक रुख की सराहना की। बैठक के अंत में यह स्पष्ट संदेश गया कि जब रेलवे प्रशासन और जनप्रतिनिधि एकजुट होकर काम करते हैं, तो न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलती है, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा मिलती है।