मुकेश खटीक
मंगरोप।कस्बे में दीपावली के बाद बुधवार रात पटाखों की शरारत ने बड़ा हादसा होते-होते टाल दिया।माली मोहल्ले में कुछ शरारती युवकों द्वारा पटाखे जलाकर इधर-उधर फेंकने से एक घर का छज्जा अचानक गिर गया।घटना में एक वृद्ध महिला घायल हो गई।पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीन युवकों को डिटेन कर पूछताछ शुरू कर दी है।गृहस्वामी हेमराज माली ने बताया कि वह अपनी पत्नी मेना देवी और बेटे शंकर के साथ छत पर खाना खा रहे थे।इसी दौरान मोहल्ले में कुछ लड़के पटाखे जलाकर लोगों के घरों की ओर फेंक रहे थे।अचानक एक युवक ने जलता हुआ पटाखा उनकी छत पर फेंक दिया,जिससे जोरदार धमाका हुआ और छत का छज्जा धड़ाम से नीचे गिर पड़ा।संयोग से उस वक्त नीचे चबूतरे पर बैठी हेमराज की मां उगमी देवी बाल-बाल बच गईं।उन्हें मामूली चोटें आईं,जिनका उपचार स्थानीय क्लीनिक में कराया गया।घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी विजय मीणा पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं ताकि पटाखा फेंकने वाले युवकों की पहचान की जा सके।इसी दौरान, बड़ा मंदिर स्थित रावला चौक में बैलों की पारंपरिक सवारी निकाली जा रही थी। वहां भी कुछ युवकों ने पटाखे जलाकर एक-दूसरे पर फेंकने की हरकत की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए तीन युवकों को डिटेन किया और उन्हें थाने ले जाया गया।उधर,शीतला माता मंदिर चौक पर ग्रामीण और जनप्रतिनिधि घास बावजी की सवारी निकालने की तैयारी कर रहे थे।तभी एक युवक ने धार्मिक प्रतिमा पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की,जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।पुलिस ने समय रहते स्थिति पर नियंत्रण पाया और सुरक्षा कारणों से प्रबुद्धजनों से चर्चा के बाद इस वर्ष सवारी रद्द करने का निर्णय लिया गया।राघव सोमानी ने बताया कि पिछले 75 वर्षों से मंगरोप में घास बावजी की सवारी निकाले जाने की परंपरा रही है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से कुछ असामाजिक तत्व पटाखे फेंककर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं,जिससे धार्मिक आयोजनों की गरिमा को ठेस पहुँचती है।ग्रामीणों ने प्रशासन से ऐसे शरारती तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है ताकि भविष्य में धार्मिक कार्यक्रम शांतिपूर्वक एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हो सकें।