path of courage, field of art
अजय सिंह (चिंटू)
जयपुर-
दिव्यांग बहनें दिपाली और छवि ने छोटी उम्र में अपनी कला को प्रदर्शित करते हुए बनाईं 400 पेंटिंग 3 दिवसीय जेकेके में प्रदर्शनी में आयोजित हुई जिसमे भाजपा नेता राजेन्द्र सिंह राठौड़, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ.अशोक गांधी व नर्सेज प्रदेश अध्यक्ष रमेश सैनी सहित हजारों कला प्रेमियों ने इनके जज्बे को खूब सराहा।बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा की व्यक्ति के हौसले बुलंद और कुछ करने की तमन्ना हो तो रास्ते खुद-ब-खुद आसान हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जयपुर की दो सगी बहनों ने जो मिसाल बन गया है। जयपुर के निर्माण नगर निवासी 82% दिव्यांग जो बोलने और सुनने में असमर्थ हैं, लेकिन आज कला के क्षेत्र में अलग पहचान रखती हैं। अब इनकी आंखें ही कानों का और हाथ बोलने का काम करते हैं। बड़ी बहन दिपाली शर्मा और छोटी छवि शर्मा अब तक 400 पेंटिंग बना चुकी हैं। दोनो बहने के द्वारा जेकेके की सुकृति आर्ट गैलरी में 30 प्रमुख पेंटिंग्स प्रदर्शित की गई। दिपाली ने 5 साल पहले सिंगापुर में भी प्रदर्शनी लगाई थी जो काफी सराही गई। आईसीजी कॉलेज से विजुअल आर्ट में मास्टर्स कर चुकी बहनों को गोल्ड और सिल्वर मेडल मिल चुके हैं। इन्हें सरकार की ओर से दिव्यांग जन स्टेट कला अवॉर्ड भी मिल चुका है। दिपाली को विशेष योग्य जन की कला कैटेगरी के लिए राष्ट्रपति अवॉर्ड के लिए नामांकन हो चुका है। दिपाली को टाटा फाउंडेशन की ओर से ऑल इंडिया लेवल पर पहली रैंकिंग में सबल अवॉर्ड मिल चुका है।