राजकीय अस्पताल में भी मरीजों होना पड़ रहा है, परेशान
लाखेरी -स्मार्ट हलचल/ उपखण्ड क्षेत्र के देईखेड़ा राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोनोग्राफी की मशीन बन्द होने से मरीजो को सुविधा नही मिल पा रही है। देईखेड़ा व्यापार मंडल अध्यक्ष दिनेश व्यास ने बताया कि अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा नही मिलने से मरीजो को 20 किलोमीटर दूर लाखेरी या कापरेन जाना पड़ रहा है, जिसके चलते अस्पताल से जुड़े करीब एक दर्जन से अधिक गांवों के मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।जानकारी के अनुसार करीब साल भर पहले यहां सोनोग्राफी की सुविधा शुरू की गई थी, परन्तु उस समय मशीन को ऑपरेटिंग के लिये सोनोलॉजिस्ट के नही होने से सुविधा शुरू नही हो पाई, बाद में प्रशासनिक व्यवस्था के तहत यहां कापरेन अस्पताल से चिकित्सक मंजू को सफ्ताह में एक दिन के लिये नियुक्त किया गया, परन्तु वह भी लम्बे समय तक मेडिकल अवकाश पर रहने से अपनी सेवाएं नही दे पाई। बाद में जब सोनोलॉजिस्ट ने यहां आकर सेवा शुरू की तो तकनीकी खराबी के चलते मशीन काम नही कर पा रही है। अब मशीन की तकनीकी खराबी को दूरस्थ करने के लिये जयपुर से तकनीकी कर्मचारी के आने का इंतजार है, जिससे ग्रामीण को परेशान होना पड़ रहा है, जबकि यहां महीने में करीब एक दर्जन से अधिक गर्भवती महिलाओं की जांच हो जाती है।
इनका कहना है –
अस्पताल में सोनोलॉजिस्ट की नियुक्ति के बाद से मशीन में तकनीकी खराबी के कारण सेवा शुरू नही हो पाई है, उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया है। मशीन ठीक होते ही सेवा शुरू कर दी जाएगी।
नरेंद्र गुर्जर
चिकित्सक व कार्यवाहक प्रभारी देईखेड़ा राजकीय अस्पताल