मूलचन्द पेसवानी
शाहपुरा, 31 अक्टूबर। श्री प्र. सिं. बा. राजकीय महाविद्यालय शाहपुरा में म.द.स. विश्वविद्यालय अजमेर द्वारा आयोजित एम.एस.सी. रसायन शास्त्र सेमेस्टर-2 की परीक्षा के दौरान तीन परीक्षार्थियों को नकल करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। बुधवार को आयोजित भौतिक रसायन–2 (Physical Chemistry–II) प्रश्न पत्र के दौरान यह कार्रवाई की गई।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. पुष्कर राज मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि नकल करते हुए पकड़े गए परीक्षार्थियों के नाम अविनाश त्रिपाठी, गिरिराज ढोली एवं अभिषेक सेन हैं। उन्होंने बताया कि फ्लाइंग निरीक्षण के दौरान महाविद्यालय के अतिरिक्त केंद्राध्यक्ष प्रो. रामावतार मीणा, आंतरिक उड़नदस्ता दल के सदस्य प्रो. मूलचंद खटीक, डॉ. अनिल कुमार श्रोत्रिय एवं डॉ. ऋचा अंगिरा ने परीक्षा कक्षों का निरीक्षण किया। इस दौरान तीनों परीक्षार्थियों को प्रतिबंधित सामग्री का उपयोग करते हुए पकड़ा गया।
प्राचार्य डॉ. मीणा ने बताया कि परीक्षा अधिनियम 1992 के अनुसार इस प्रकार की गतिविधि गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है। विश्वविद्यालय नियमों के तहत नकल करते पकड़े जाने पर परीक्षार्थी पर वर्तमान परीक्षा निरस्त करने के साथ आगामी तीन वर्षों तक परीक्षा देने पर रोक लगाने जैसी कठोर कार्रवाई का प्रावधान है। इस संदर्भ में विश्वविद्यालय को रिपोर्ट भेज दी गई है, जिसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि महाविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए केंद्र पर सख्त निगरानी रखी जा रही है। नियमित निरीक्षण दलों के साथ आकस्मिक उड़नदस्ते द्वारा भी कक्ष निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि को रोका जा सके।
प्राचार्य ने विद्यार्थियों से अनुशासन और ईमानदारी के साथ परीक्षा देने की अपील करते हुए कहा कि नकल जैसी गतिविधियां न केवल विद्यार्थियों के भविष्य को प्रभावित करती हैं, बल्कि शिक्षा प्रणाली की गरिमा भी कम करती हैं। महाविद्यालय प्रशासन किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय परीक्षाओं में नकल के मामलों पर नियंत्रण के लिए सख्ती बढ़ाई गई है। जागरूकता के लिए महाविद्यालय में पहले ही छात्रों को सूचित किया गया था कि परीक्षा केंद्र पर अनुशासनहीनता या नकल के प्रयास पर सख्त दंड लागू होगा। इसके बावजूद इस घटना का सामने आना छात्रों में शिक्षा और जिम्मेदारी के प्रति और गंभीरता विकसित करने की आवश्यकता को दर्शाता है।
परीक्षा परिसर में सुरक्षा और अनुशासन को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने अतिरिक्त व्यवस्था करते हुए निगरानी को और मजबूत करने की बात कही है। प्रशासन ने कहा कि ईमानदारी ही सफलता का सही रास्ता है और छात्र अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करें।


