भीलवाड़ा । पुलिस थाना प्रतापनगर व गठित पुलिस टीम ने संगठित अपराध के विरूद्व बडी कार्यवाही की है । अन्र्तराज्यीय गिरोह के सदस्य लोगो को पीतल की माला को असली सोने की माला बताकर कम दामो में बेचकर लोगो के साथ रूपयो की ठगी करते थे । पुलिस ने बताया की गिरोह के सदस्यो द्वारा सगंठित अपराध के रूप मे राजस्थान, मध्यप्रदेष, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक व अन्य राज्यो में लोगो के साथ कई ठगी की वारदात को अंजाम दिया । गिरोह के एक सदस्य खीमाराम को कर्नाटक से डिटेन किया और अनुसंधान कर गिरफ्तार किया गया। गिरोह के अन्य सदस्यो की तलाश जारी है। एसपी धर्मेन्द्र सिंह द्वारा थाना प्रतापनगर क्षेत्र में चल रहे सगंठित अपराधो मे वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी को गम्भीरता से लेते हुए, एएसपी पारस जैन के निर्देशन में एवं सज्जन सिहं आरपीएस वृताधिकारी, वृत शहर भीलवाडा के निकटतम सुपरविजन में और थानाप्रभारी राजपाल सिहं प्रतापनगर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। दिनांक 03.10.2025 प्रार्थी अभिषेक असावा पुत्र महावीर प्रसाद असावा, उम्र 37 वर्ष, निवासी मिलन टॉकीज के सामने, हरिभाई कचौरी वाले के पास, भीलवाडा ने एक रिपोर्ट पेश कर बताया की दिनांक 21-07-2025 को प्रार्थी अपनी दुकान पर था कि सुबह 10-11 बजे के आसपास प्रार्थी की दुकान पर दो व्यक्ति आये, जो मजदूर वर्ग के सीधे साधे व्यक्ति लग रहे थे, जिनकी उम्र करीब 35-40 वर्ष के आसपास लग रही थी, जिन्होने प्रार्थी से बच्चे की ड्रेस खरीदी और उसमें से एक व्यक्ति ने अपना नाम राजु बताया और कहा कि वह भी मेरी तरह श्याम प्रेमी होकर खाटूश्याम का भक्त है दोनों व्यक्तियों ने कहा कि हम मारवाड में रहते है और 4-5 लाख रूपये हमने ब्याज पर उधार ले रखे है, हमारे पास पुराने राजा महाराजाओं के समय का लगभग 30 तोला सोना भी है। मुझ प्रार्थी को सोने की चेन एक छोटा टुकडा दिखाया और कहा कि हमारे को ऐसा 30 तोला सोना बेचना है जांच करवाने के पश्चात सोने की 78 प्रतिशत मात्रा मिली। दोनों व्यक्तियों ने 30 तोला सोने की कीमत 23 लाख रूपये बताई दिनांक 29-07-2025 को दिन के 12 बजे से 1 बजे के आस पास अपनी दुकान पर मुझ प्रार्थी ने उनको बुलाया, जिस पर राजु नाम के व्यक्ति ने फोन कर मुझ प्रार्थी को कुंभा सर्किल पर रूपये लेकर बुलाया और मेरे कुंभा सर्किल पहुचने पर राजु व अन्य व्यक्ति वहां मुझे मिले तथा उनके साथ एक अन्य महिला भी थी, जिसने मुझे सोने के आभूषणों की थैली दी और मुझसे 23 लाख रूपये राजु ने प्राप्त किए। उसके बाद दिए गए सोने के आभूषणों की थैली से सोनेकी जांच करवाने पर समस्त सोना नकली निकला। इस प्रकार राजु व उसके साथ शामिल एक अन्यव्यक्ति एवं महिला ने मिलकर धोखाधडी से मेरे को नकली सोना देकर 23 लाख रूपये हडप कर लिए। उक्त रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। गठित टीम ने अभियुक्तगणो की लगातार सूचना एकत्रित कर टीम द्वारा भरसक प्रयास कर आरोपी खीमाराम बागरी को गिरफ्तार किया गया । गिरोह के सदस्यो द्वारा भारत के किसी भी राज्य में फुल बेचने, गमले बेचने, आदि का कार्य करते है तथा वहां पर किसी सम्पन्न व्यक्ति को चिन्हित कर उस व्यक्ति को पुराना सोना बताकर कम दामो का नकली सोना ( पीतल ) की माला बेचकर रूपयो की ठगी करके उक्त स्थान से गायब हो जाते हैं। माला में कुछ मोती असली सोने के रखकर उसे ठगी वाले व्यक्ति को चैक करके उसका विष्वास जीतते है व उस व्यक्ति को नकली सोना( पीतल ) को कम दामो में बेचकर रूपयो की ठगी करते है। गिरोह के सदस्य द्वारा भारत के कई राज्यो राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेष, महाराष्ट्र, कर्नाटक व अन्य राज्यो में कई जगह वारदात करना स्वीकार किया गया। अभियुक्त खीमाराम बागरा ने दोराने पुछताछ राजस्थान के विभिन्न जिलो व अन्य शहरो व राज्यो मे अलग-अलग स्थानो से नकली सोना देकर रुपयो की ठगी की निम्न वारदाते करना स्वीकार किया है।
1. करीब 05 वर्ष पूर्व बालोतरा जिला बाडमेर के पास मे एक छोटा गांव जिसका जिसका नाम याद नही है वंहा पर एक मेडिकल की दुकान वाले को नकली सोना देकर 02 लाख रूपये लिये थे।
2. करीब 01 वर्ष 6 माहपूर्व शाजापुर उज्जैन (मध्यप्रदेश) मे मैने नकली सोना एक डाक्टर को देकर 1.05 लाख रूपये लिये थे।
3. करीब 01 पूर्व मैने वाकड जिला पुना (महाराष्ट्र) मे एक किराना की दुकान वाले को नकली सोना देकर 02 लाख रूपये लिये थे।
4. करीब 06 माह पहले मुझे मेरे रिश्तेदार अनिल पिता हरिराम बागरी नि0-बाकरा रोड थाना बागरा जिला जालोर ने मुझे फोन किया व कहा की तुम भीलवाडा आ जाओ जिस पर मै, मेरी पत्नि श्रीमति चम्पादेवी व मेरे बच्चो सहित पुर गांव मे आया व जंहा पर अनिल पिता हरीराम बागरी व उसकी पत्नि श्रीमति रेखा देवी बागरी, मोहन लाल पिता गंगाराम बागरी व उसकी सहयोगी श्रीमति केसी देवी बागरी, हरिराम पिता गंगाराम बागरी व उसकी पत्नि श्रीमति बबली देवी बागरी, श्रवण उर्फ सवु उर्फ शिवलाल पिता सोनाराम बागरी सर्व निवासी-बागरा रोडथाना बागरा जिला जालोर व वेलाराम पिता तेजाराम बागरी, मुकेश पिता कानाराम बागरी वउसकी पत्नि श्रीमति मन्जु देवी बागरी नि0-बोरवाडा थाना सायला जिला जालोर सभी मिले वहां से हमने भीलवाडां व बारंा जिले मे कई वारदाते की है।
5. करीब 05-06 माह पहले मोहन लाल बागरी बांरा व अंता के बीच एक गांव मे गया जंहा पर उसने अकेले ने 01लाख रूपये का नकली सोना बेचा था जिसमे से एक हिस्सा निकालकर बेलाराम, हरिराम,श्रवण उर्फ सवु, मुकेश बागरी, अनिल बागरी व मुझे सभी को 2-2 हजार रूपये दिये थे।
6. करीब 05-06 माह पहले मोहन लाल बागरी उसका छोटा पुत्र विशाल वागरी उम्र करीब -13 वर्ष दोनो बांरा जिले मे अटरू व छबडा के बीच एक छोटा गांव मे किराना की दुकान वाले के साथ मे नकली सोना देकर 03 लाख रूपये लिये थे जिसमे से एक हिस्सा निकालकर बेलाराम, हरिराम, श्रवणउर्फ सवु, मुकेश बागरी, अनिल बागरी व मुझे सभी को 50-50 हजार रूपये दिये थे।
7. करीब 05-06 माह पहले वेलाराम बागरी व अनिल बागरी दोनो ने छीपाबडोद जिला बांरा मे एक कपडे की दुकान वाले के साथ मे नकली दोना देकर 09 लाख रूपये लिये थे जिसमे से एक हिस्सा निकाल कर हरिराम, श्रवण उर्फ सवु, मुकेश बागरी, मोहन बागरी व मुझे सभी को 38-38 हजार रूपये दिये थे।
8. करीब 05-06 माह पहलेमोहन लाल बागवी, श्रवण उर्फ सवु बागरी दोनो ने बिगोद गांव मे एक किराना की दुकानवाले के साथ मे नकली सोना देकर 16 लाख रूपये लिये थे जिसमे से एक हिस्सा निकाल कर हरिराम, मुकेश बागरी, अनिल बागरी, वेलाराम व मुझे सभी को 1-1लाख रूपये दिये थे।
9. करीब 05-06 माह पहले मोहन लाल बागरी, वेलाराम बागरी व श्रीमति केसी बागरी, अनिलवागरी सभी ने मिलकर भीलवाडा मे एक कपडे की दुकान वाले को नकली सोना देकर 23 लाखरूपये कुम्भा सर्कल भीलवाडा से लिये थे जिसमे मै व हरिराम वागरी दोनो सहयोग करने के लिये पास मे खडे थे व फिर हम रूपये लेकर आ गये जिसमे से एक हिस्सा निकालकर हरिराम वागरी, मुकेश वागरी, श्रवण उर्फ सवु वागरी व मुझे सभी को 60-60 हजार रूपये हमारे हिस्से मे आये थे यह काम करके हम सभी पुर वाला मकान खाली करक ेयंहा से अपने अपने गांव चले गये।
10. करीब 04 माह पहलेहरिराम वागरी व वेलाराम वागरी दोनो ने भीलवाडा मे एक हार्डवेयर की दुकान वाले को नकली सोने का सेम्पल दिखाया था जिसमे रूपये लेने के लिये मै व हरिराम वागरी, अनिलवागरी तीनो अनिल की बेलेनो गाडी मे राजसमन्द आये व भीलवाडा की दुकान वाले कोराजसमन्द बुलाया जिस पर वह बस स्टेण्ड पर आया जंहा पर मैने व हरिराम वागरी दोनो नेउसे नकली सोना दिया व उससे 06 लाख रूपये लिये अनिल वागरी साईड मे खडा था फिर हम रूपये लेकर गांव आ गये जिसमे से मुझे व हरिराम वागरीदोनो को 1 लाख 95 हजार रूपये अलग अलगे मिले व एक हिस्से मे से मोहन वागरी, श्रवण उर्फ सवु वागरी,अनिल वागरी, विशाल वागरी सभी को 15-15 हजार रूपये दिये थे व अनिल वागरी को 20 हजाररूपये उसकी बेलेनो कार के अलग दिये थे व वेलाराम को 30 हजार रूपये बातचीत व ग्राहकसेट करने के दिये थे व हरिराम व अनिल वागरी दोनो बाप बेटो को नकली सोना व उसकेसामान के 50 हजार रूपये अलग से दिये थे।
गठित पुलिस टीमः-
01 राजपाल सिहं थानाधिकारी थाना प्रतापनगर
02 आशीष मिश्रा सउनि साईबर सैल
03 रतन लाल एचसी थाना प्रतापनगर
04 सुनिल एचसी थाना प्रतापनगर
05 किशोर कुमार एचसी साईबर सैल
06 रामनिवास
07 नरेन्द्र सिहं
08 पिन्टु कुमार
गिरफ्तार अभियुक्त:
खीमाराम पिता दल्लाराम बागरी उम्र 33 वर्ष निवासी पंचायत भवन के पीछे बागरा थाना बागरा जिला जालौर।


