संचिया गांव के लोगों ने किया कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन, गांव में 8वीं तक स्कूल नहीं होने से 122 से ज्यादा बच्चे स्कूल छोड़ने को मजबूर
रितिक मेहता
डूंगरपुर, स्मार्ट हलचल। जिले के बिछीवाड़ा पंचायत समिति के संचिया गांव में 5वीं कक्षा पास करने वाले 122 से ज्यादा बच्चे स्कूल छोड़ने को मजबूर हैं। गांव में एक भी 8वीं, 10वीं और 12वीं तक की स्कूल नहीं है। एकमात्र 12वीं तक के स्कूल को भी पिछली सरकार ने महात्मा गांधी स्कूल अंग्रेजी में बदल दिया। इसी से परेशान लोगों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। वहीं, एडीएम को शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन देकर स्कूल को क्रमोन्नत करने की मांग रखी है। संचिया गांव के दशरथ भगोरा समेत ग्रामीणों ने बताया- गांव में 7 सरकारी स्कूल और एक मां बाड़ी केंद्र है। संचिया में एकमात्र गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल है, जिसे सरकार ने वर्ष 2023-24 में महात्मा गांधी गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल अंग्रेजी में बदल दिया है। वर्ष 2023-24 में गांव के 7 स्कूल में करीब 122 स्टूडेंट 5वीं कक्षा से 6वीं कक्षा में प्रमोट हुए हैं। ऐसे में महात्मा गांधी में बदले गए स्कूल में सिर्फ 35 सीट हैं। गांव में दूसरी एक भी गवर्नमेंट अपर प्राइमरी स्कूल और गवर्नमेंट सेकेंडरी स्कूल नहीं हैं। ऐसे में उन स्कूल के आगे की पढ़ाई में कठिनाई आ रही है। ग्रामीणों ने बताया- माध्यमिक स्कूल नहीं होने से बच्चों को पढ़ाई करने के लिए कनबा, साबली जाना पड़ेगा, जिसकी दूरी 7 से 10 किलोमीटर है। ऐसे में गांव से दूर बच्चों का पढ़ने जाना मुश्किल है। गांव के लोग कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। लोगों ने शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन देकर गांव के प्राथमिक स्कूल को अपर प्राइमरी स्कूल में कमोन्नत करने की मांग है। लोगों ने खा की गांव में स्कूल खुलने से बच्चे अपनी आगे की पढ़ी पूरी कर सकेंगे।