बीगोद@ स्मार्ट हलचल/तपती धूप और भीषण गर्मी से आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है। इंसान ही नहीं, पशु पक्षी गर्मी से बिलबिला उठे हैं। सुबह से ही कड़ी धूप होने के साथ लू चलने से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। आसमान में सूरज तप रहा है तो सड़के गर्म तवे की तरह पैरों को झुलसा रही हैं।
गुरुवार को सुबह दस बजे के बाद से ही बाजारों में सड़कों पर सन्नाटा पसर गया।
ग्रामीण बुजुर्गों का कहना है कि जितनी गर्मी इस साल पड़ रही है, पहले कभी नहीं पड़ी।
गर्मी से बीमारियां भी फैलने लगी हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। गर्मी के चलते ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिक, ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूज, नींबू, संतरा आदि फलों की मांग भी बढ़ गई है। दो पहिया वाहन पर सफर करने वाले लोग मुंह पर रूमाल लगाकर सफर कर रहे हैं। गर्मी के कारण कस्बे के बाजारों से भी रौनक गायब हो गई है। शाम के समय ही बाजारों में ग्राहक खरीदारी को आ रहे हैं। लोगों ने बताया कि मौसम में आए बदलाव के कारण जन-जीवन प्रभावित हो रहा है। दोपहर के समय तो घरों से निकलना तक मुश्किल हो रहा है। आवश्यक कार्य होने पर शरीर ढककर बाहर निकल रहे है।
दुकानों पर ग्राहकों का अभाव देख व्यापारी भी आराम करते देखे जा रहे हैं। गर्मी का प्रकोप बढ़ते ही गरीबों का फ्रीज मटका, सुराही, गगरी आदि की बिक्री भी तेज हो गई है। सूर्यदेव के तीखे तेवर व लू जैसी गर्म हवाओं ने आम लोगों का जीना मुहाल करके रख दिया है।