बूंदी- स्मार्ट हलचल|जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर प्रदेश में शुरू किया गया वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान अब एक वृहद रूप ले चुका हैं। मुख्यमंत्री ने स्वयं जयपुर के रामगढ़ बांध में श्रमदान कर इस अभियान का आगाज़ किया था, जिसके बाद उन्होंने भरतपुर में गंगा मैया की पूजा की थी।
रावत ने बताया कि मुख्यमंत्री का जल संचय को जन अभियान बनाने का विजन हैं। इसी कड़ी में, आस्था के केंद्र पुष्कर में भी सरोवर पूजन किया गया। उन्होंने जानकारी दी कि इस अभियान के तहत पूरे राजस्थान में तालाबों, बावड़ियों, नालों, कुओं और बांधों, जो भी गांव और शहर के नजदीक थे, सभी को साफ और स्वच्छ किया गया। इसके लिए अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए और आमजन की इन आयोजनों में अच्छी खासी भागीदारी देखने को मिली हैं।
जल संसाधन मंत्री ने अभियान की प्रगति का विस्तृत ब्यौरा देते हुए बताया कि राज्य में अब तक 81 हजार से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है, जिसमें 77 लाख से अधिक लोगों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई हैं। इन कार्यक्रमों में 5,330 जल स्रोतों की सफाई, 9,000 सरकारी कार्यालयों में सफाई, 3,802 ग्राम सभाएं, और 3,582 प्रभात फेरियां शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, 9,066 रात्रि चौपालें और 7,926 जल पूजन कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें महिलाओं की बड़ी संख्या में भागीदारी रही, जिसने इस अभियान को और भी व्यापकता प्रदान की।
रावत ने कहा कि मानसून भी उत्सव से कम नहीं है और राज्य सरकार ने जल संरक्षण को एक जन आंदोलन बनाने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत, 11 करोड़ से अधिक पौधे लगाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है, जो प्रदेश में हरियाली और जल संचय को बढ़ावा देगा।