सीसी रोड़ के साथ नालियां नहीं बनाई-मय नाली निर्माण के नाम पर उठाया लाखों का भुगतान-जिम्मेदार नहीं हैं गम्भीर
टोंक/अलीगढ़/उनियारा ।स्मार्ट हलचल/एक ओर जहां राज्य व केन्द्र की सरकार स्वच्छता के प्रति गंभीर हैं। वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत टेंडर प्रणाली करके ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरी क्षेत्रों की तर्ज पर मय नाली निर्माण के सीसी रोड़ बनाकर तथा साफ सफाई के टेंडर जारी कर ग्राम पंचायतो को भी स्वच्छ करने का काम सरकार द्वारा किया जा रहा हैं। लेकिन ग्राम पंचायत बिलोता में नियम कायदों को दरकिनार करते हुए सारी हदे पार करके हर एक निर्माण कार्य में अनियमितता, भ्रष्टाचार, गबन व स्वच्छता अभियान में जमकर अनियमितता धांधली होकर खुलेआम बंदर बांट का खेल चल रहा हैं। जी हां, आपको बता दे चले कि उनियारा पंचायत समिति मुख्यालय अलीगढ़ स्तर के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा उचित मॉनिटरिंग नहीं होने से क्षेत्र की कई ग्राम पंचायतों में उचित साफ सफाई नहीं हो रही है, जिससे सरकारी बजट का सही मायने में सदुपयोग नहीं हो रहा है। जहां ग्राम पंचायत बिलोता क्षेत्र के गांवों में कचरा संग्रहण की उचित व्यवस्थाएं नहीं होने से जगह-जगह पर गोबर की रेवड़ियों के ढेर पड़े हुए है। जिसके कारण गांवों में मच्छर एवं मक्खियां भिन्नभिनाती रहती हैं। इतना ही नहीं सीसी सड़को के साथ नालियां भी नहीं बनाई गई है तथा घटिया निर्माण से बनी सीसी सड़के चंद दिनों व महीनों में ही टूट चुकी हैं, नालियां नहीं होने से गंदा पानी व कीचड़ जमा होने से आज भी पंचायत क्षेत्र के गांवों में मौसमी बीमारियां पैर पसार रही है। ग्राम पंचायत बिलोता में ग्राम पंचायत की उदासीनता के चलते टेंडर प्रक्रिया होने के बावजूद भी ग्राम पंचायत क्षेत्र में उचित साफ सफाई नहीं हो रही है। ग्राम पंचायत बिलोता मुख्यालय सहित खेड़ली व सहादत नगर में आमजन एवं विद्यार्थियों को सड़ांध मारती गंदगी एवं कीचड़ में होकर निकलने को मजबूर होना पड़ रहा है। जबकि ग्राम पंचायत में सफाई के लिए टेंडर प्रक्रिया तो की गई, लेकिन सफाई कार्मिक भी नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं कर रहे हैं, जिससे सरकार की स्वच्छ भारत अभियान की महत्वाकांक्षी स्वच्छता योजना में रूकावट हो रही हैं, वहीं पंचायत समिति से उचित मॉनिटरिंग नहीं होने के चलते सफाई व्यवस्था के नाम पर लाखों के बजट का दुरूपयोग हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि सीसी रोड़ में नाली निर्माण के नाम तथा सफाई व्यवस्था के नाम पर जमकर खानापूर्ति की जा रही है। इतना ही नहीं ग्राम पंचायत में अधिकांश समय ताला लटका रहता है, ग्राम विकास अधिकारी भी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नियमित रूप से नहीं आता है। ऐसे में पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम सभा में भी खानापूर्ति करके सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी मनमर्जी से प्रस्ताव लिखते हैं, ग्राम पंचायत बिलोता द्वारा नियम विरूद्ध चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने की नीयत से फर्जी तरीके से प्रस्ताव लिए जाते रहे हैं। ग्राम पंचायत बिलोता क्षेत्र में हुए निर्माण कार्यों, पीएम आवास योजना सहित नरेगा योजना में हुए नियम विरूद्ध व घटिया निर्माण की जांच करवाने हेतु जागरूक नागरिक आमजन सेवा समिति द्वारा उपखंड प्रशासन उनियारा व जिला प्रशासन टोंक को लिखित में अवगत कराया गया है। इस बाबत पंचायत समिति के विकास अधिकारी शंकर लाल मेघवाल का कहना है कि जो भी शिकायत मिली है उनके संबंध में जांच करवाकर जो भी कमी या गलत कार्य जांच में सामने आयेगा संबंधित ग्राम पंचायत को नोटिस जारी करने की विभागीय कार्रवाई की जाएगी।