बूंदी, 6 अक्टूबर। स्मार्ट हलचल|”कोविड ने सब कुछ छीन लिया था, दुकान बंद हो गई और घर का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया था। ऐसे मुश्किल समय में पीएम स्वनिधि योजना मेरे लिए नई उम्मीद बनकर आई,” यह कहना है बूंदी शहर के किराना व्यवसायी भंवर सिंह का, जिनकी जिंदगी इस योजना की मदद से वापस पटरी पर लौट आई हैं।
भंवर सिंह बताते हैं कि वह कई वर्षों से किराने की दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। लेकिन कोविड-19 महामारी की मार उनके व्यवसाय पर पड़ी और उन्हें अपनी दुकान बंद करनी पड़ी। आमदनी का जरिया खत्म हो जाने से उनकी आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर हो गई और परिवार का भविष्य अंधकारमय लगने लगा।
ऐसे कठिन समय में उन्हें प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन किया और आसानी से उन्हें पहला ऋण स्वीकृत हो गया। इस राशि से भंवर सिंह ने हिम्मत जुटाकर अपनी बंद हो चुकी दुकान को फिर से शुरू किया। धीरे-धीरे उनका काम एक बार फिर चल पड़ा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगा।
भंवर सिंह कहते हैं, “योजना से सिर्फ आर्थिक मदद ही नहीं मिली, बल्कि हमें व्यापार बढ़ाने का नया तरीका भी सिखाया गया।” जिला परियोजना अधिकारी शालिनी जैन द्वारा उन्हें डिजिटल पेमेंट (ऑनलाइन भुगतान) की जानकारी और प्रशिक्षण दिया गया। इससे उनकी दुकान पर ग्राहकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, क्योंकि अब ग्राहक आसानी से डिजिटल माध्यम से भुगतान कर सकते थे।
अपने व्यवसाय में हो रही प्रगति से उत्साहित होकर भंवर सिंह ने अब एक कदम और आगे बढ़ाया है। उन्होंने हाल ही में ‘शहरी सेवा शिविर’ में हिस्सा लेकर योजना के तहत 25 हजार के दूसरे ऋण के लिए आवेदन किया है, ताकि वे अपनी दुकान का और विस्तार कर सकें।
भंवर सिंह भावुक होकर कहते हैं, “मैं केन्द्र व राज्य सरकार को हृदय से धन्यवाद देता हूं, जिनकी बदौलत आज मैं फिर से आत्मनिर्भर होकर सम्मान के साथ अपना जीवन जी रहा हूं।”


