सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- आए दिन फर्जी कॉल के जरिए लोगों से परिवार जनों को मामलों में फंसा होने का हवाला देकर राशि हड़पने के मामले आते रहते हैं, जिसमें कहीं लोग शिकार हो जाते हैं तो कोई बच जाते हैं, ऐसा ही मामला सवाईपुर से सामने आया जहां सवाईपुर निवासी उमेश कुमार श्रोत्रिय को सोमवार दोपहर को व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए कॉल आया कि मैं पुलिस थाने से एएसआई बोल रहा हूं तुम्हारा भाई गैंग रेप के मामले में पकड़ा गया, परिवार की बदनामी नहीं हो इसीलिए सेटलमेंट कर लो, इस पर युवक में समझदारी दिखाई, जिससे युवक इस हादसे का शिकार होने से बच गया । सवाईपुर निवासी उमेश कुमार श्रोत्रिय ने बताया कि सोमवार दोपहर को उनके फोन पर व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए फोन आया कि तुम्हारा भाई गैंग रेप के मामले में तीन जनों के साथ पकड़ा गया, उसे बचाना चाहते हो, इस पर उमेश ने फोन काट दिया, लेकिन अगले ही पल वापस फोन आया कि तुमने पुलिस अधिकारी का फोन कैसे काटा, में एएसआई बोल रहा हूं और एसपी साहब भी मौके पर हैं, तुम्हारा भाई दो अन्य जनों के साथ गैंगरेप के मामले में पकड़ा गया, अगर अपने परिवार की बदनामी नहीं चाहते हो तो सेटलमेंट कर लो, इस पर उमेश ने उनको अपने भाई का नाम पूछा तो, अधिकारी ने उमेश से पूछा कि तुम बताओ क्या नाम है तुम्हारे भाई का, यहां उमेश में अपनी सुझबुझ दिखाते हुए अपने भाई का नाम व उम्र की गलत जानकारी दीे, इस पर अधिकारी ने कहां की हां इन तीनों में से एक का नाम यही हैं, बताओ पैसे देकर कोई सेटलमेंट कर लो, इस पर उमेश ने कहा कि पैसे नहीं है और अगर मेरे भाई ने ऐसा किया है तो उसे गोली मार दो, इतना कहते ही पुलिस अधिकारी बनने वाले ने फोन काट दिया । उमेश ने बताया कि एक बार तो उसे सच में ऐसा ही लगा, लेकिन कुछ दिन पहले सवाईपुर चिकित्सालय के एक कर्मचारी के साथ भी ऐसी ही घटना हुई, उसे घटना की खबर पड़ी थी, अचानक मुझे वह घटना याद आई तो मेने मेरे भाई का नाम व उम्र गलत बता दी ।