स्मार्ट हलचल/ पावटा|उप महानिरीक्षक पुलिस, सह पुलिस अधीक्षक जिला कोटपुतली -बहरोड राजन दुष्यन्त ने बताया कि संपूर्ण कोटपुतली -बहरोड जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस द्वारा एकसाथ बड़ी कार्रवाई शुरू करने से अपराधियों में हड़कंप मच गया। इस कारवाई के बाद अनेक अपराधी इलाका छोड़कर भूमिगत हो गए। ये
कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक अजयपाल लाम्बा जयपुर रेंज, जयपुर से निर्देश मिलने पर संपूर्ण कोटपुतली -बहरोड जिले में शुरू की गई है। एस.पी. राजन दुष्यन्त ने बताया कि संपूर्ण कोटपुतली -बहरोड जिले में अपराधियों के खिलाफ विभिन्न थानों की 45 पुलिस टीमों के लगभग 269 पुलिसकर्मीयो द्वारा 202 ठिकानों पर दबिश देकर 74 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है तथा एक्साइज एक्ट, एमएमडीआर, आरएनसी एक्ट में कुल 3 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। ये कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक अजयपाल लाम्बा जयपुर रेंज, जयपुर से निर्देश मिलने पर उप महानिरीक्षक पुलिस, सह पुलिस अधीक्षक जिला कोटपुतली -बहरोड राजन दुष्यन्त की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक कार्यालय जिला कोटपूतली बहरोड में पुलिस अधिकारीयो की अपराध समीक्षा बैठक आयोजित होने के बाद शुरु की गई है। इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) वैभव शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमराना शालिनी राज, पुलिस उप अधीक्षक कोटपुतली राजेंद्र बुरड़क, पुलिस उप अधीक्षक नीमराना सचिन शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक बानसूर दशरथ सिंह, पुलिस उप अधीक्षक बहरोड़ कृतिका, पुलिस उप अधीक्षक विराटनगर शिप्रा राजावत एवं जिले के सभी थानाधिकारी मौजूद रहे थे। इस बैठक में
उप महानिरीक्षक पुलिस, सह पुलिस अधीक्षक जिला कोटपुतली -बहरोड राजन दुष्यन्त द्वारा पेंडिंग प्रकरणों का अधिक से अधिक निस्तारण कर पेंडेंसी कम करने, पोक्सो व दुष्कर्म महिला अत्याचार व एस सी/एस टी के प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र निस्तारण करने, अपराधिक प्रवृत्ति के अपराधियों को चिन्हित कर गुंडा एक्ट एवं राजपासा के तहत प्रभावी कार्रवाई करने तथा विभिन्न प्रकरणों में वांछित अपराधियों की घर पकड़ कर उन्हें गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए थे। वही एनडीपीएस एक्ट एवं साइबर अपराध की तुलनात्मक स्थिति की समीक्षा करते हुए उक्त अपराधों में कमी लाने, सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों के साथ पोस्ट करने वालो के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। वही थानाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में रात्रि गश्त करने, नाकेबंदी व चैकिंग को बढ़ाया जा कर संपत्ति संबंधी अपराधों के प्रकरणों में सफलता हासिल करने तथा जिले में आगामी त्यौहार व मेलो को देखते हुए कानून व्यवस्था पर चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए थे।