(बजरंग आचार्य)
सादुलपुर।स्मार्ट हलचल|सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पुलिस विभाग, राजगढ़ की ओर से नंद प्लाजा मार्केट के पास (जोधपुर मिष्ठान भंडार के सामने) 12 नवंबर को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुलिस अधिकारियों ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सुरक्षित यात्रा के महत्व पर बल दिया।
सुबह 11:15 बजे आयोजित इस कार्यक्रम में यातायात नियमों से सम्बंधित एक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसका अवलोकन कर लोगों ने आवश्यक जानकारियां प्राप्त कीं।
वरिष्ठ अधिकारियों ने किया जागरूक
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) किशोरीलाल ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल चालान काटना नहीं है, बल्कि लोगों को सुरक्षित रखना है। उन्होंने खासकर युवा पीढ़ी से हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपकी सुरक्षा केवल आपके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्र के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सहायक पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) अभिजीत पाटिल ने अपने संबोधन में कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जन-हानि एक गंभीर विषय है। उन्होंने यातायात नियमों का पालन करने को एक नैतिक जिम्मेदारी बताया। पाटिल ने गति सीमा का हमेशा ध्यान रखने और नशे की हालत में वाहन न चलाने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा, “ट्रैफिक नियम हमारी सुरक्षा के लिए बने सुरक्षा कवच हैं, इनका उल्लंघन स्वयं के जीवन को खतरे में डालना है।”
सीआई राकेश कुमार सिहाग का संदेश
राजगढ़ पुलिस स्टेशन के थानाधिकारी (सीआई) राकेश कुमार सिहाग ने सभी उपस्थित नागरिकों से आह्वान किया कि वे न केवल स्वयं नियमों का पालन करें, बल्कि अपने आस-पास के लोगों और बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने सुरक्षित यात्रा के लिए आवश्यक जानकारी देते हुए कहा कि वाहन के दस्तावेज हमेशा साथ रखें और ओवरटेकिंग करते समय विशेष सावधानी बरतें। सिहाग ने कहा कि जनता और पुलिस के बीच सहयोग से ही राजगढ़ की सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सकता है।
यातायात नियमों का महत्व
इस दौरान, अधिकारियों ने बताया कि छोटी-छोटी लापरवाही अक्सर बड़े हादसों का कारण बन जाती है। विशेष रूप से दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट की अनिवार्यता, चार पहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट के उपयोग तथा गलत दिशा में वाहन चलाने से होने वाले गंभीर परिणामों के बारे में विस्तार से समझाया गया। पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी। यह जागरूकता अभियान इसी दिशा में पहला कदम है।
प्रेम और प्रोत्साहन से समझाया सुरक्षा का पाठ: निःशुल्क हेलमेट वितरण
जनजागरूकता कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने चालान की सख्ती की बजाय, प्रेमपूर्ण प्रोत्साहन का मार्ग अपनाया। इस अवसर पर, बिना हेलमेट पहने वहाँ से गुजर रहे दुपहिया वाहन चालकों को रोककर उन्हें विनम्रता से समझाया गया। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें गुलाब का फूल और चॉकलेट भेंट की, और उनसे भविष्य में हमेशा हेलमेट पहनने का संकल्प लिया।
इस दौरान, पुलिस विभाग की ओर से 20 दुपहिया वाहन चालकों को निःशुल्क हेलमेट भी वितरित किए गए। अधिकारियों ने कहा कि यह हेलमेट सिर्फ उपहार नहीं है, बल्कि उनके सुरक्षित जीवन की गारंटी है।
विद्यार्थियों ने रंगोली से दिया संदेश
कार्यक्रम को और अधिक आकर्षक बनाते हुए आरएस मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी विद्यालय के विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इन विद्यार्थियों ने कार्यक्रम स्थल पर यातायात नियमों के पालन से संबंधित आकर्षक रंगोली बनाकर सड़क सुरक्षा का सुंदर संदेश दिया। रंगोली में बने संकेत और नारे लोगों का ध्यान खींच रहे थे और सहजता से यातायात नियमों के महत्व को समझा रहे थे।
कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधिकारियों ने यह उम्मीद जताई कि आम जनता पुलिस की इस पहल का समर्थन करेगी और सुरक्षित यातायात को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएगी।
इस मौके पर उपखंड अधिकारी मनोज कुमार खेमदा, परिवहन निरीक्षक रोबिन सिंह, अधिशासी अधिकारी सीताराम मीणा के अलावा निवर्तमान पार्षद हैदर अली, सुमेर सिंह गुलपुरा, यासीन खा चौहान सहित प्रमुख जन उपस्थित रहे।


