खुन्नस में पीड़ित की बाइक का किया 16 हजार का चालान
व्यापारियों ने किया थाने का घेराव किया, तब जाकर पुलिस ने छोड़ा
(सुघर सिंह सैफई)
बसरेहर (इटावा) स्मार्ट हलचल/चेकिंग के दौरान सराफा व्यापारी के पुत्र को पुलिस के बुलाबे को अनसुना करना महंगा पड़ गया उसे पुलिस ने पहले सरेआम पीटा फिर खींचकर मारते पीटते हुए गाड़ी में डाल ले गए और थाने में भी पीटा। पुलिस यही नही रुकी व्यापारी पुत्र ने जब अपने पिता का नाम बताकर परिचय दिया तो पुलिस ने गाड़ी का 16 हजार का चालान भी कर दिया। इसकी ट्वीटर (एक्स) पर शिकायत भी की गई तो एडीजी कानपुर जोन व डीआईजी कानपुर रेंज ने एसएसपी इटावा को जांच कर कार्यवाही का निर्देश दिया है।
कस्बा निवासी सराफा व्यापारी सर्वेश चौबे के पुत्र आशू चौबे ने बताया शाम साढ़े छह बजे अपनी बाइक से बाजार में अरविंद की दुकानं पर गया था। तभी वहां थाना पुलिस की जीप आई और मुझे एसओ साहब ने आवाज दी और बुलाया, में सर्दी की बजह से कानों में मफलर बांधे था इसलिए एसओ साहब की आवाज सुनाई नही दी उसके बाद एसओ साहब आये और मेरा मोबाइल लेकर चेक करने लगे। और गाड़ी के कागज मांगे तो मैंने उन्हें बताया कि में मसानाई के चौबे जी का लड़का हूँ गाड़ी के कागज घर पर है में मंगवा रहा हूँ। जैसे ही मैंने यह बोला तो एसओ और पुलिसकर्मी मुझे मारने लगे। मेरी मारपीट होते देख व्यापारी इकठ्ठे होने लगे तो पुलिस मुझे मारते हुए खींचकर लात मारते हुए गाड़ी में डाल ले गए और थाने में ले जाकर भी मेरी मारपीट की। पीड़ित ने बताया कि सर्दी अत्यधिक होने के कारण मुंह पर मफलर लगा होने के कारण थानाध्यक्ष मुझे गाली-गलौज करने लगे। गाली-गलौज का विरोध करने पर मुझे चोर बताते हुए थप्पड़ जड़ दिए।
उसके बाद सर्वेश चौबे अन्य व्यापारियों को लेकर थाने पहुँचे देखते ही देखते व्यापारियों का जमावड़ा थाने पर लग गया। तो थानाध्यक्ष ने युवक को परिजनों के हवाले कर दिया। मंगलवार को पीड़ित ने व्यापारियों के साथ एसएसपी को थाना पुलिस की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिया है।
◾इस मामले में थानाध्यक्ष समित चौधरी का पक्ष जानने के लिए हमारे रिपोर्टर द्वारा कई बार कॉल की गई लेकिन थानाध्यक्ष का सरकारी नंबर व निजी नंबर पर घण्टी जाती रही लेकिन उठाया नही गया।