बिजोलिया, स्मार्ट हलचल। बिजोलिया के माल का खेड़ा ग्राम पंचायत में पोलियो जागरूकता रैली निकालकर हाई-रिस्क क्षेत्रों में समुदाय को आगामी पोलियो दिवस के लिए तैयार किया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ के सीएसओ पार्टनर शिव शिक्षा समिति के सहयोग से आयोजित इस रैली में स्वास्थ्य कर्मियों, स्कूली बच्चों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने उत्साह से भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य 23 नवंबर को होने वाले टीकाकरण अभियान के तहत प्रत्येक बच्चे तक पोलियो की दो बूंदें पहुंचाना है।रैली ग्राम पंचायत क्षेत्र में निकाली गई, जहां प्रतिभागियों ने “दो बूंद हर बार — पोलियो पर जीत बरकरार” का नारा बुलंद किया। ग्रामीण घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया और 0-5 वर्ष के बच्चों को निकटतम पोलियो बूथ पर लाने की अपील की। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि जीरो डोज कार्यक्रम के अंतर्गत छूटे हुए बच्चों को चिन्हित कर टीकाकरण से जोड़ा जाएगा। 23 नवंबर (रविवार) को सभी चिकित्सा संस्थानों, स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोलियो की खुराक उपलब्ध रहेगी।अभियान की सफलता के लिए सामूहिक प्रयासब्लॉक समन्वयक गोविंद सिंह ने कहा, “पोलियो उन्मूलन के लिए सामुदायिक सहभागिता जरूरी है। इस रैली से ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ी है।” सीएचओ प्रकाश साहू ने जोर दिया कि हाई-रिस्क क्षेत्रों में 100% कवरेज सुनिश्चित करना लक्ष्य है। आशा सहयोगिनी हंसा देवी शर्मा ने महिलाओं और माताओं को प्रेरित किया कि वे अपने बच्चों को बूंद पिलवाना न भूलें। भामाशाह दुर्गेश खटीक और श्री अम्बिका बाल विद्या मंदिर के संचालक गोपाल जी ने भी रैली में सक्रिय भूमिका निभाई।रैली में स्कूली बच्चों की भागीदारी ने माहौल को उत्साही बनाया, जबकि ग्रामीणों ने टीकाकरण के महत्व को सराहा। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस अभियान से पोलियो के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी। जिला प्रशासन ने अपील की कि अभिभावक अपने बच्चों को समय पर टीका लगवाएं।ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे आयोजनों से जागरूकता स्तर ऊंचा उठा है। यदि सभी का सहयोग मिला, तो पोलियो मुक्त भारत का सपना साकार होगा।


