पेयजल, सिंचाई, बिजली, चिकित्सा,शिक्षा, सड़क, कृषि सहित हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए
स्मार्ट हलचल ,बूंदी। युवा मामले, खेल तथा सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हिण्डोली-नैनवां शिक्षा के माॅडल के रूप में पहचाना जाएगा। चांदना शुक्रवार को हिण्डोली के बड़ौदिया एवम दबलाना में हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के केलेण्डरी विमोचन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बच्चों का भविष्य सुरक्षित करने की दिशा में कार्य करते हुए काॅलेजों की स्थापना की जा रही है। इससे क्षेत्र के निर्धन परिवारों के बच्चों का उच्च शिक्षा का सपना साकार होगा।
उन्हें उच्च शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पडेगा। वर्तमान में हर वर्ग को आरक्षण की सुविधा है, और इसका लाभ शिक्षा के माध्यम से ही उठाया जा सकता है।
राज्यमंत्री ने कहा कि हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र के चहुंमुखी विकास में कोई कमी नहीं रखी गई है। पेयजल, सिंचाई, बिजली, चिकित्सा,शिक्षा, सड़क, कृषि सहित हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए गए हैं। क्षेत्र में सड़कों का व्यापक विकास करवाया गया है, इससे आमजन को आवागमन की बेहतर सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के जाल से आम जनता को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा है। हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र के लिए कई घोषणाएं की गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पेयजल, सिंचाई, चिकित्सा, शिक्षा, कृषि, सड़क सहित ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है, जिसमें विकास कार्य नहीं हुआ हो।
चांदना ने कहा कि लगभग 200 करोड़ लागत से निर्माण होने पर क्षेत्र में मिनी बांधों और एनीकटों का निर्माण करवाकर किसानों को सिंचाई और पेयजल की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। क्षेत्र में पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, बिजली सहित हर क्षेत्र में हुए चहुमंुखी विकास से आमजन का जीवन आसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि 42 साल बाद हिण्डोली में कृषि मंडी बनने से व्यापार बढा है। चम्बल पेयजल परियोजना के जरिए पेयजल की समस्या का स्थाई समाधान हो गया है। वर्तमान में तीन स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। क्षेत्र में 600 करोड़ की सड़के बन रही है। सड़क निर्माण का लोगों को फायदा मिल रहा है।
इस अवसर पर ब्लाॅक अध्यक्ष लक्ष्मण बैरवा, भानु प्रताप सिंह, सरपंच महेंद्र सिंह हाडा, भंवर लाल यादव, पूर्व ब्लाॅक अध्यक्ष दिनेश शर्मा, शिवराज सैनी, कुलदीप सिंह, राजेंद्र सिंह, बलराम मीणा, महावीर गुर्जर, कन्हैयालाल गुर्जर, मदनलाल , परमेश्वर, देवराज गुर्जर, रामपाल गुर्जर एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।