गंगापुर – पोटला उपतहसील मुख्यालय पर जगह जगह लगे गंदगी के ढेर और कूड़ा कचरा मानव जीवन के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है वहीं गौवंश का जीवन भी लील रहा है भारत सरकार व राजस्थान सरकार स्वच्छता को लेकर भले ही साफ-सफाई के बड़े-बड़े दावे करती हो। स्वच्छता के नाम पर मोटी रकम उठाई जा रही है। पर वहीं इसकी हकीकत सरकार के दावों की पोल खोल रही है। पंचायत द्वारा अव्यवस्थित कचरा संग्रहण नगर के वार्डों के डोर-टू-डोर घरों से कचरा संग्रहण कर कस्बे की सड़कों के किनारे अस्थाई डंपिंग यार्ड बना दिए गए। ग्रामीणों ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से आगे मंडफिया सड़क पर व आईसीआईसीआई बैंक के सामने, रैगर मोहल्ला,सातलियास रास्ता सहित अनेक जगहों पर कचरे के ढेर लगा दिए हैं।
कचरे के ढेर में आवारा पशुओं व सुअरों का जमावड़ा लगा रहता है। कचरा के डंपिंग यार्ड सड़क किनारे होने के कारण पशु आपस में झगड़ते हुए अचानक सड़क पर आने से कई बार वाहन चालक हादसे का शिकार हो चुके हैं। आईसीआईसीआई बैंक के सामने वार्ड नंबर 2 में आबादी के बीचों बीच भी कचरे का ढेर लगा हुआ होने के कारण वहां के लोगों का रहना दुश्वार हो रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कचरे के ढेर से चारों तरफ गंदगी फैली रहती है और हवा के साथ थैलियां सड़क के साथ मोहल्ले में उडऩे लग जाती है। कचरे के ढेर की गंदगी से चारों तरफ दुर्गंध फैली रहती है। जिससे लोगों का बाहर घूमने के साथ बैठना भी दुश्वार हो रहा है। गंदगी से मच्छर पनप रहे हैं और बीमारियां फैल रही हैं। स्थानीय लोगों ने बताया की कचरे समस्या से पंचायत भलीभांति परिचित हैं परंतु समाधान नहीं निकल रही है। स्वच्छता के नाम पर ग्राम पंचायत को मोटी रकम सरकार की ओर से मिल रही है। कागजों में स्वच्छता दिखाई जा रही है। लेकिन धरातल पर स्वच्छता का नामोनिशान नहीं है।


