शाहपुरा-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर चमन बावड़ी स्थित श्री मथुराधीश भगवान मंदिर में श्रीकृष्ण प्राकट्य उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मंदिर को पुष्पों से सजाया गया तथा झूले के लिए रेशम का विशेष पालना तैयार किया गया। आचार्य पंडित सुनील भट्ट ने भक्तों को श्रीकृष्ण जन्म कथा एवं विभिन्न लीलाओं का रसपूर्ण वर्णन सुनाते हुए कहा कि “सच्ची निष्ठा और प्रबल प्रेम से ही प्रभु का साक्षात्कार संभव है। जब हरी सनमुख हों तो हमें कुछ मांगने की आवश्यकता नहीं होती।” कार्यक्रम के दौरान भजनों “इतनी कृपा सांवरे बनाए रखना, मरते दम तक सेवा में लगाए रखना”, “श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है”, “जब से जन्मे कन्हैया करामात हो गई” आदि पर श्रद्धालु नृत्य करते हुए झूम उठे। मध्यरात्रि 12 बजे मंदिर के पुजारी पंडित नागजीराम ने भगवान मथुराधीश की महा आरती कर माखन-मिश्री का भोग अर्पित किया। पूरे कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था और मंदिर में दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। श्री मथुराधीश भक्त मंडल द्वारा संपूर्ण कार्यक्रम का आकर्षक सज्जा एवं संचालन किया गया।