बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है और तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं चुनाव आयोग भी निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर अपनी तैयारियों में जुट गया है।
टीम पहले राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ मुलाकात करेगी
इसी सिलसिले में गुरुवार को चुनाव आयोग की टीम पटना पहुंची। इस टीम में 9 सदस्य शामिल हैं। बताया जा रहा है कि टीम पहले राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ मुलाकात करेगी और चुनावी प्रक्रिया, सुरक्षा व्यवस्था और बूथ प्रबंधन की समीक्षा भी करेगी।
अगले तीन दिनों तक अलग-अलग प्रमंडलीय मुख्यालयों में बैठक करेंगे टीम में शामिल अधिकारी
बताया गया कि टीम में शामिल अधिकारी अगले तीन दिनों तक अलग-अलग प्रमंडलीय मुख्यालयों में बैठक करेंगे। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि यह टीम सभी प्रमंडलों के आयुक्त और सभी निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ बैठक करेगी। इस दौरान राज्य को चार भागों में बांटकर सभी प्रमंडलीय आयुक्त, ज़िलाधिकारी की मौजूदगी में निर्वाचन पदाधिकारी और सहायक निर्वाचन पदाधिकारी संग प्रशिक्षण बैठक करेगी।
पटना, बेगुसराय, मोतिहारी और पूर्णिया में चुनाव संबंधी प्रशिक्षण बैठक करेगी टीम
अलग-अलग टीम पटना, बेगुसराय, मोतिहारी और पूर्णिया में चुनाव संबंधी प्रशिक्षण बैठक करेगी। बुधवार को बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्वाचन विभाग में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के राज्यस्तरीय प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। इस क्रम में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने 25 जून से 26 जून जुलाई तक चुनाव आयोग के निर्देश पर चलने वाले घर-घर मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी थी।
इस बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को चुनाव आयोग के निर्देश की प्रति भी उपलब्ध कराई गई। इस क्रम में बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने राज्य के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के राज्य स्तरीय प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि उनके प्रतिनिधि जिलास्तरीय बैठकों में अनिवार्य रूप से भाग ले ताकि उनके सुझाव प्राप्त हो सकें।
बताया गया कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी के स्तर पर मतदाता सूची के युक्तिकरण के क्रम में राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर सुझाव प्राप्त किया जाना है।