कार्यकर्ताओं को उमड़ा जनसैलाब
लोकतंत्र में सरकारें सुरक्षा कि गारंटी होती हैं भय का कारण नहीं : गुंजल
कोटा : स्मार्ट हलचल|लोकतंत्र में सरकारें सुरक्षा की गारंटी होती हैं भय का कारण नहीं । जब हम भारतीय जनता पार्टी मे आये थे तब हम कहते थे व्यक्ति से बड़ा दल, दल से बड़ा समाज और समाज से बड़ा राष्ट्र, लेकिन मैंने पिछले दस वर्षों में बहुत तेजी से उन बदलाव को देखा है। व्यक्ति से बड़ा दल, दल से बड़ा समाज और समाज से बड़ा राष्ट्र की बात करने वाली पार्टी में सिर्फ और सिर्फ व्यक्ति की पूजा हो रही है। राष्ट्र गौण हो गया, सरकारे गौण हो गई, विचारधारा गौण हो गई यह बात पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल में अपने नयापुरा स्थित कार्यालय में संविधान बचाओ रैली की तैयारियों को लेकर आयोजित कार्यकर्ता बैठक में कही।
गुंजल ने कहा इस समय देश बहुत ही चुनौती पूर्ण परिस्थितियों में से गुजर रहा है देश की राजनीति में किसान गायब हो गया, नौजवान गायब हो गया, बेरोजगारी गायब हो गई, मजदूर गायब हो गया केवल धार्मिक उन्माद देश की राजनीति का आधार बन गया हैं। इन चुनौती पूर्ण वातावरण में जहां संविधान के लिए चुनौती और खतरा बन गया है। इस चुनौती पूर्ण वातावरण से देश को बाहर निकालने के लिए हमारी लड़ाई जारी है और यह उसकी शुरुआत है। उन्होंने ने कहा कि आज देश में भय का माहौल है देश की जनता ही अपनी सरकार से सवाल नहीं पूछ सकती। सत्य को सत्य कहने की यदि कोई हिम्मत करता है तो उसे प्रताड़ित किया जाता है, संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है कांग्रेस ने संविधान की रक्षा करने का बीड़ा उठाया है पूरे देश में संविधान बचाओ रैली के माध्यम से देशवासियों को संविधान से की जा रही छेड़छाड़ व संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग की जानकारी दी जा रही है ताकि इस पर अंकुश लगाया जा सके। इसी क्रम में आगामी 31 मई को कोटा में भी संविधान बचाओ रैली होनी है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा जी व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जी जूली सहित कांग्रेसी कई वरिष्ठ नेता भाग लेंगे।
जिलाध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने कहा कि जब से मोदी जी प्रधानमंत्री बने देश की सारी संस्थाओं चाहे सीबीआई हो ईडी हो सबको अपनी जेब में रख रखा है, संविधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। बैठक को देहात अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, पूर्व महिला प्रदेश अध्यक्ष राखी गोतम, शिवराज गुंजल, मंजूर तंवर, अनूप ठाकुर ने भी संबोधित किया संचालन हेमन्त चतुर्वेदी ने किया।