पृथ्वीराज चौहान को कहा जाता है अंतिम हिंदू सम्राट
स्मार्ट हलचल|निमोला यानी आज का नीमराना चौहान वंश के शौर्य गाथाओं का गवाह रहा है. चौहान वंश की ओर से बसाया गया नीमराना कस्बे का इतिहास स्वर्ण रूप में रहा है. लेकिन समय के साथ ही इसकी चमक पर लापरवाही और उदासीनता की परत चढ़ती चली गई. आज हालात ये हो रहे हैं कि चौहान वंश का किला (महल) आज एक निजी होटल के रूप में तब्दील हो चुका है।चौहान वंश के द्वारा बसाया कस्बा नीमराना को आज राजस्थान का कमाऊ पूत कहा जाता है. लेकिन वर्तमान में स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के कारण चौहान वंश की आखरी निशानियां भी खत्म होती जा रही है।
चौहान वंश का गौरवशाली इतिहास रहा है. चौहान वंश में अंतिम हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान रहे हैं. चौहान वंश के समय नीमराना शक्ति केंद्र ही नहीं बल्कि वैभव और शौर्य से भी परिपूर्ण था. यहां तलवारों के दम पर चौहान राजाओं ने आक्रांताओं को मात दी थी. वहीं धर्म, ज्ञान, स्थापत्य और सभ्यता को भी आगे बढ़ाया. अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान के गौरवशाली इतिहास को संरक्षित एवं संकलित रखने और आने वाली पीढ़ियों को उनके गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराने के लिए नीमराना में उनके स्मारक बनाकर मूर्ति स्थापित करने एवं उनकी यादों को संजोए रखने के लिए संग्रहालय बनाने के लिए भूमि आरक्षित की गई थी। लेकिन समय के साथ तत्कालीन जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया इसी का फायदा उठाकर कुछ अतिकर्मियों एवं भू माफिया द्वारा स्मारक के लिए आरक्षित भूमि अवैध कब्जा कर लिया गया। राठ मंच के अध्यक्ष मनोज मुद्गल एडवोकेट ने बताया कि पृथ्वीराज चौहान अंतिम हिंदू सम्राट थे जिन्होंने दिल्ली पर कब्जा कर अपनी सल्तनत की पेताका फहराई एवं दिल्ली पर राज्य किया मुद्गल ने स्थानीय प्रशासन से पृथ्वीराज चौहान के स्मारक एवं मूर्ति स्थान से अतिक्रमण हटाकर जल्द से जल्द उनका स्मारक निर्माण एवं मूर्ति स्थापना की मांग की है