प्रोफेसर मोहम्मद नईम की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति पर भावभीनी विदाई
(मदन मोहन गर्ग)
कोटा/गंगापुर सिटी/स्मार्ट हलचल/राजकीय महाविद्यालय कोटा के स्टाफ क्लब की ओर से प्रोफेसर मोहम्मद नईम फलाही विभागाध्यक्ष उर्दू एवं पूर्व संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा विभाग राजस्थान सरकार के राजकीय सेवा में 28 वर्ष पूर्ण करने के उपरांत स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने पर विदाई एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर स्टाफ क्लब की सचिव प्रोफेसर मंजू गुप्ता ने प्रोफेसर नईम एवं उनके परिवारजन पत्नी मुफीदा बानो, बहन सलमा और फिरदौस, पुत्र इंजी. ज़ियाउल इस्लाम, एडवोकेट सैफुल इस्लाम, बहु डॉ. निशात बानो, इंजी. निकहत तरन्नुम का स्वागत करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा विभाग में इनकी सेवाएं लंबे समय तक याद की जाएंगी। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य भी यही है कि हम विभाग में की गई इसने सेवाओं का सम्मान करें।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर रोशन भारती ने कहा कि इस महाविद्यालय में मेरे कार्यभार गृहण करने के बाद प्रोफेसर नईम ने मुझे पूर्ण सहयोग किया तथा इनके अद्वतीय योगदान, समर्पण अकादमिक और प्रशासनिक अनुभवों तथा नवाचारों ने महाविद्यालय को गौरवान्वित किया है। इनके शासन सचिवालय उच्च शिक्षा विभाग में रहते विभाग को नए आयाम मिले। प्राचार्य व उप प्राचार्यों की कई वर्षों से लंबित पदोन्नति प्रक्रिया पूर्ण करने, संकाय सदस्यों को समय पर सीएएस का लाभ दिलाने एवं विश्विद्यालय अनुदान आयोग विनियमन 2018 को प्रदेश में लागू करवाने का मार्ग प्रशस्त करने जैसे ऐतिहासिक कार्यों के लिए प्रोफेसर नईम सदैव याद किए जाएंगे। इसी विनियमन के अंतर्गत पहली बार राजस्थान के महाविद्यालयों के पंद्रह सौ से अधिक शिक्षकों को प्रोफेसर पद पर पदोन्नति प्रदान की गई।
मंच संचालन करते हुए डॉ. विवेक मिश्र ने कहा कि हम सभी प्रोफेसर मोहम्मद नईम को उनके भविष्य के सभी उपक्रमों के लिए शुभकामनाएं देते हैं। उनकी अनुपस्थिति को हम निश्चित रूप से महसूस करेंगे, लेकिन उनके द्वारा स्थापित उच्च मानदंड, उनकी कार्यशैली और उनकी शिक्षाएं हमेशा हमारे साथ रहेंगी।
उपस्थित अन्य सहयोगियों ने प्रोफेसर नईम की शैक्षिक एवं प्रशासनिक उपलब्धियों और योगदान का विस्तार से उल्लेख किया और अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। साथ ही उनके साथ बिताए गए समय को याद किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर नईम ने अपने संबोधन में अपनी राजकीय सेवा यात्रा के महत्वपूर्ण पहलुओं को साझा किया और संस्था, सहयोगियों एवं छात्रों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, शिक्षा के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा अद्वितीय रही है, और मुझे गर्व है कि मैंने इस प्रतिष्ठित और कोटा संभाग के सबसे बड़े महाविद्यालय का हिस्सा बनकर काम किया और उच्च शिक्षा विभाग के सबसे बड़े नीति निर्धारक पद संयुक्त शासन सचिव (ग्रुप 3) पर रहते हुए विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के हितों के लिए कार्य करने का सुअवसर प्राप्त हुआ, उन्होंने कहा कि मेरे लिए यह गौरव का विषय है कि पहली बार किसी शिक्षक को ऐसे नीति निर्धारक पद का कार्यभार सौंपा गया।
समारोह के अंत में प्रोफेसर नईम को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट किए गए। सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उनके स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन की प्रार्थना की।
इस दौरान डॉ. संजय भार्गव पूर्व प्राचार्य राजकीय जेडीबी महाविद्यालय कोटा, प्रोफेसर रघुराज परिहार पूर्व क्षेत्रीय सहायक निदेशक, प्रोफेसर अजय विक्रम सिंह प्राचार्य राजकीय जेडीबी महाविद्यालय कोटा, प्रोफेसर सीमा चौहान प्राचार्य राजकीय कन्या कला महाविद्यालय कोटा, प्रोफेसर नुसरत फातिमा, असिस्टेंट प्रोफेसर अली रजा, डॉ. अमिताव बासु, प्रोफेसर विवेक मिश्र, प्रोफेसर मनोज वर्मा, लेखाधिकारी हारून खान सहित उर्दू विभाग के समस्त विद्यार्थियों ने प्रोफेसर नईम को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की और डॉ. महावीर साहू ने धन्यवाद ज्ञापित किया।