पशुओं को ग्रीष्म ऋतु एंव लू-प्रकोप से बचाव के लिए एडवाईजरी जारी

(हरिप्रसाद शर्मा)

अजमेर/स्मार्ट हलचल/ग्रीष्म ऋतु में लू के प्रकोप से पशुओं को बचाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा एडवाईजरी जारी की गई है।पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रफुल्ल माथुर ने बताया कि वर्तमान में ग्रीष्म ऋतु काल एवं सम्भावित लू-प्रकोप से पशुओं के बचाव के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की व्यवस्था के सम्बन्ध में सभी पशुपालकों द्वारा एडवाईजरी के अनुसार कार्यवाही समयबद्ध रूप से की जानी चाहिए। पशुओं को धूप, ताप, लू से बचाने के लिए सभी पशुपालक संधारित पशुओं के लिए पर्याप्त छाया की व्यवस्था करें। शेड को गर्म हवाओं के प्रकोप से बचाने के लिए तिरपाल अथवा टाट-बोरे से ढकें। पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा, भूसा एवं पशुआहार की व्यवस्था के लिए पशुपालक समुचित व्यवस्था करें। पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ जल की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने बताया कि बीमार तथा अशक्त पशुओं के लिए निकटस्थ पशुचिकित्सा संस्था से सम्पर्क कर सम्बन्धित पशुचिकित्सा कार्मिकों की देखरेख में उपचार की व्यवस्था की जाए। संधारित गर्भवती एवं असहाय पशुओं की विशेष देखभाल की जाए एवं आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सालय उपचार की व्यवस्था हो। आगजनी से पशुओं के बचाव के समुचित प्रबन्ध किए जाए। मृत पशुओं के शव का निस्तारण यथाशीघ्र सुरक्षित एवं सम्माजनक ढंग से किया जाए। इससे गर्मी के कारण शव का पुट्रीफिकेशन (विपटन) न होने पाए और बीमारी का खतरा उत्पन्न नहीं हो।
उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में पशुओं के खान-पान में कमी, दुग्ध उत्पादन में 10 से 25 प्रतिशत की गिरावट, दुध के वसा के प्रतिशत में कमी एवं प्रतिरक्षा प्रणाली में कमी के लक्षण दिखाई देते है। इससे पशु हांफने लग जाता है। मुंह से लार गिरने लगती और पशु चारा-दाना कम खाने लगता है। पशुओं के लिए पानी सबसे मुख्य पौषक तत्व है। अतः पशुओं को ताजा, ठण्डा एवं स्वच्छ पानी भरपूर मात्रा में पिलाएं। दुधारू पशुओं को उपलब्ध हरा चारा एवं घास खिलाई जाए। इससे दुग्ध उत्पादन में कमी नहीं होगी। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बनी रहेगी। पशुओं को नियमित रूप से खनिज-लवण की पूर्ति भी की जानी चाहिए।

समन्वय बैठक आयोजित
अजमेर/(हरिप्रसाद शर्मा )विभिन्न विभाग के मध्य आपसी समन्वय के लिए साप्ताहिक समन्वय बैठक सोमवार को जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में आयेाजित हुई।
जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने कहा कि गर्मियों में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करें। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा समस्त जोन में बल्क फ्लो मीटर लगाए जाएं। इससे पेयजल की छीजत रोकने में मदद मिलेगी। बिजली की ट्रिपिंग के दौरान भी पेयजल वितरण अप्रभावित रहे। इसके लिए फास्ट बस ट्रांस्फर सिस्टम (एफबीटीएस) के लिए प्रस्ताव बनाएं। पेयजल वितरण में पारदर्शिता लाएं। क्षेत्र में अवैध नल कनेक्शन काटें। आदतन अवैध कनेक्शन करने वालों पर एफआईआर दर्ज करावें।
उन्होंने कहा कि जेएलएन चिकित्सालय के पुराने सेप्टिक टेंक को आज ही खाली करावें। राजकीय महिला चिकित्सालय में आरयूडीआईपी के माध्यम में बनी सड़क की निर्धारित गुणवत्ता के अनुसार पुनः कारपेटिंग करें। सम्पर्क पोर्टल के प्रकरणो ं के निस्तारण के लिए सम्पर्क प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए जाएं। मिलावटी खाद्य पदार्थो की रोकथाम के लिए लगातार कार्यवाही करें। नरेगा की औसत मजदूरी बढ़ाने के लिए पर्याप्त मोनिटरिंग करें। श्रमिकों की भौतिक उपस्थिति की जांच हो। प्रत्येक अधिकारी को 5-5 कार्य सीधी मोनिटरिंग के लिए सुपुर्द करें। उपस्थिति के विडियों भी नियमित रूप से उच्च स्तर को भेजें जाएं।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अभिषेक खन्ना, प्रशिक्षु आईएएस महिमा कसाना, अतिरिक्त जिला कलक्टर ज्योति ककवानी, अजमेर विज्ञान प्राधिकरण के उपायुक्त श्री भरत राज गुर्जर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।

आदित्य वासवानी और दानिश शीन बने अंडर-17 चैम्पियन
अजमेर/(हरिप्रसाद शर्मा)जिला शतरंज संघ अजमेर द्वारा अंडर-17 सलेक्शन प्रतियोगिता का आयोजन लॉरेंस एंड मेयो पब्लिक स्कूल में किया गया। 6 राउंड कि इस प्रतियोगिता में बालक वर्ग में प्रथम आदित्य वासवानी, द्वितीय विशेष दाधीच तथा तृतीय सात्विक दाधीच रहे। बालिका वर्ग में प्रथम स्थान पर दानिश शीन काजमी, द्वितीय स्थान पर चहक दाधीच व तृतीय स्थान पर भार्गवी झाला रही। प्रथम तीन स्थानों पर रहे तीनों ही विजेता खिलाड़ी 6 राउंड में 5 अंक बनाकर बराबर रहे। इसके बाद विजेताओं का निर्णय फीडे द्वारा अप्रूव्ड सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया गया। शतरंज संघ के अध्यक्ष अतहर अब्बास काजमी ने जानकारी दी कि एक दिवसीय इस प्रतियोगिता में 40 खिलाड़ियों ने भाग लिया। विजेता रहे बालक व बालिका वर्ग के प्रथम दो खिलाड़ी आगामी 24 मई को उदयपुर में होने वाली स्टेट प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। टूर्नामेंट में निर्णायक की भूमिका उदित याग्निक, संध्या भार्गव और रचना तिवारी द्वारा निभाई गई। कार्यक्रम के अंत में खिलाड़ियों को ट्रॉफी और सर्टिफिकेट्स देकर सम्मानित किया गया। जिला शतरंज संघ सचिव नरसिंह दाधीच ने सभी खिलाड़ियों और अभिभावकों को धन्यवाद दिया और विजेता खिलाड़ियों को राज्य स्तर पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन करने के लिए शुभकामनाएं दी ।

सम्भाग स्तरीय समीक्षा बैठक मंगलवार को
अजमेर’/(हरिप्रसाद शर्मा)सम्भागीय आयुक्त श्री महेशचन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार 21 मई को प्रातः 11 बजे सम्भागीय आयुक्त कक्ष में सम्भाग स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित होगी। इसमें पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति तथा मौसमी बिमारियों की रोकथाम की समीक्षा की जाएगी।

जिला कलक्टर डॉ. दीक्षित ने देखी वैशाली नगर क्षेत्र में जलापूर्ति व्यवस्था
अजमेर /(हरिप्रसाद शर्मा)जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को अजमेर शहर में जलापूर्ति व्यवस्था का अवलोकन किया। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री भुवनेश्वर अग्निहोत्री ने बताया कि गर्मी के मौसम में पर्याप्त जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रयासरत है। जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को वैशाली नगर क्षेत्र में विभागीय अभियंताओं के साथ जलापूर्ति चेक की। घरों में पानी का प्रेशर और क्लोरीन की मात्रा संतोषजनक पाई गई। जिला कलक्टर ने प्रेशर में सुधार और अंतिम उपभोक्ता तक सही मात्रा और प्रेशर से जलापूर्ति के निर्देश दिए। सहायक अभियंता श्री विकास शेखू एवं कनिष्ठ अभियंता श्रीमती दीपिका कुमारी के दल ने विभिन्न स्थानों पर प्रेशर की जांच की।

जल जीवन मिशन की बैठक आयोजित
अजमेर/(हरिप्रसाद शर्मा)जल जीवन मिशन के जिले में कार्यों की समीक्षा जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सोमवार को की गई। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री भुवनेश्वर अग्निहोत्री ने जल जीवन मिशन की प्रगति से अवगत कराया।
जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यो का निर्धारित मानकों के अनुसार सेच्युरेशेन कर उसे पोर्टल पर अपलोड करें। साथ ही जीयो टेगिंग फोटो भी अपलोड़ की जाए। जल जीवन मिशन के कार्यो के लिए पाईप लाईन के पाईपों की गुणवत्ता उच्च होनी चाहिए। साथ ही पर्याप्त गहराई तक पाईप दबे हों। कार्य के पश्चात खुदी हुई सड़क की मरम्मत गुणवत्तायुक्त एवं मजबूत होनी चाहिए। सभी सड़कें 25 जून तक मरम्मत कर दें।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के शेष कार्यो को केटेगेराईज करें। 70 से 99 प्रतिशत के कार्यों को शत प्रतिशत की श्रेणी में लाने के लिए विशेष ध्यान देंे। एक ही राजस्व ग्राम के कारण सेच्युरेशन होने से वंचित ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता से सेच्युरेशन करें। सेच्युरेशन कार्य की रिपोर्टिंग ऑनलाईन करें। साथ ही रिपोर्टेड कार्यो का प्रमाणीकरण करने की गति बढ़ाए। विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, चिकित्सा संस्थानों एवं ग्राम पंचायत भवनों को दिए गए जल सम्बन्धों को विभाग स्तर पर सत्यापित किया जाए। प्रति ग्राम पंचायत दो-दो नल जल मित्र के प्रस्ताव की दिशा में कार्य किया जाए।
इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस महिमा कसाना, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक श्रीमती तारामती वैष्णव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग परियोजना के अधीक्षण अभियंता श्री सतीश जैन, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामलाल चौधरी उपस्थित रहे।