भीलवाड़ा । तहसील शाहपुरा की ग्राम पंचायत ढीकोला (जिला भीलवाड़ा) के सैकड़ों ग्रामवासियों ने एक प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन भेजकर ग्राम की राजस्व भूमि खसरा संख्या 698 से अनाधिकृत कब्रिस्तान आरक्षण को हटाने एवं भूमि को मूल स्वरूप – बनजड़, चारागाह एवं वॉटर कैचमेंट एरिया के रूप में बहाल करने की माँग की है।हिन्दू जागरण मंच के प्रांत प्रशिक्षण प्रमुख लक्ष्मण सिंह राठौड़ के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि वर्ष 2013 में कुछ प्रभावशाली स्थानीय तत्वों, पूर्व जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की मिलीभगत से तथ्यों को छुपाकर यह आरक्षण करवाया गया, जबकि यह भूमि पर्यावरणीय दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र है और गांव की चारागाह व जल भराव क्षेत्र के रूप में दशकों से विद्यमान है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि गांव में पहले से ही 2 बीघा भूमि कब्रिस्तान हेतु आरक्षित है, ओर इसके आस पास की भूमि पर भी कमेटी ने अतिक्रमण कर रखा हैं
इसके अलावा 27 बीघा भूमि दरगाह के नाम पर दर्ज है, जिसका मजहबी लाभ लिया जा रहा है।
उक्त भूमि श्मशान घाट, विद्यालय खेल मैदान और भीमसागर तालाब के समीप है, जिससे सामाजिक व पर्यावरणीय असंतुलन की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि इस ग्राम में मात्र 29 परिवार ही निवास करते हैं उनके अनुसार कब्रिस्तान के लिए जिस भूमि का वो उपयोग करते हैं वह ही प्रयाप्त है उन्हें ओर अधिक भूमि की आवश्यकता प्रतीत नहीं होती इसलिए खसरा संख्या 698 से कब्रिस्तान आरक्षण तत्काल निरस्त किया जाए।
भूमि को पुनः बनजड़, चारागाह, जलग्रहण क्षेत्र के रूप में बहाल किया जाए। ज्ञापन की प्रतिलिपि जिला कलेक्टर, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार, विधायक, सांसद सहित राजस्व सचिव, मानवाधिकार आयोग और गौ सेवा आयोग को भी प्रेषित की गई है।
ग्रामवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते सरकार द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई, तो वे लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक तरीके से जन आंदोलन करने को बाध्य होंगे।