नए कानूनों के बारे में जनजागरूकता में समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण- पुलिस अधीक्षक
महेन्द्र धाकड़
चित्तौडगढ़।स्मार्ट हलचल । पुलिस अधीक्षक चित्तौडगढ सुधीर जोशी के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, महिला अपराध एवं अनुसंधान प्रकोष्ठ, चित्तौडगढ मुकेश सांखला एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबत सिंह के मार्गदर्शन में सोमवार को नए भारतीय कानूनों भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 पर जिले के पुलिस अधिकारियों सभी विभागो के जिला स्तरीय अधिकारियों तथा सामुदायिक पुलिसिंग समूहों के सदस्यों की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन पंचायत समिति सभागार, चित्तौडगढ में किया गया। कार्यशाला के आयोजन में उदयपुर रेंज पुलिस और युनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में संचालित पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम अंतर्गत तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया गया। उक्त कानूनों के अनुसार वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार अपराधों को रिकार्ड करने, अनुसंधान और अपराधों के प्रकारों में भी परिवर्तन हुए हैं, जिनके बारे में पुलिस के साथ आमजन और अन्य विभागों को भी जानकारी होना आवश्यक है। उन्होने उपस्थित प्रतिभागियों से नए कानूनों के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता आमजन तक पहुंचाने के लिए प्ररित किया।
कार्यशाला में युनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत ने कहा अधिनियमों और कानूनों में समय के साथ बदलाव होते है। एक अपराध मुक्त समाज के लिए कानून की पालना कराने वाली संस्थान के साथ ही आमजन को भी जानकारी होना आवश्यक है। कार्यशाला में दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एवं विषय विशेषज्ञ अंनत कुमार अस्थाना द्वारा पुरानी आईपीसी, सीआरपीसी तथा भारतीय एविडेन्स एक्ट के स्थान पर 1 जुलाई से लागू किए गए भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। उन्होने नए अधिनियमों में अपराधों की सूचना देने के डिजिटल तरीकों की सराहना करते हुए नागरिकों तथा पुलिस अधिकारियों के लिए आसानी बताई। उन्होने नए अधिनियमों में सजाओं के बारे में जानकारी देते हुए सामुदायिक सेवा के बारे में बताया तथा सरहानीय कदम बताया। विधिक सत्र के अंत में उन्होने उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, पुलिस अधिकारियों, पुलिस मित्रों, ग्राम रक्षकों एवं सुरक्षा सखियों आदि को नए अधिनियमों पर अपने कार्यस्थल के साथ ही समाज परिवार तथा आस-पडौस में अधिक से अधिक जागरूकता लाने के लिए सुझाव उपलब्ध कराए।
– मुख्यमंत्री भजन लाल ने ली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
कार्यशाला से पूर्व भारतीय न्याय संहिता और नए कानून को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य व जिले के पुलिस अधिकारियों व सामुदायिक समूहों के सदस्यों से जुड़कर उन्हें नए कानून की जानकारी दी। मुख्यमंत्री भजन लाल ने नए कानून को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने तथा समस्त पुलिस थानों के बाहर नए क़ानूनों की जानकारी देने के लिए बोर्ड लगाने के निर्देश दिए।