शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी
पुरस्कृत शिक्षक फोरम राजस्थान, जयपुर के तत्वावधान में रविवार को राज्य स्तरीय सेमिनार एवं चिंतन बैठक का आयोजन सेंट माइकल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सुभाष चैक, जयपुर में संपन्न हुई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जयपुर शहर की सांसद श्रीमती मंजू शर्मा रही, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षा विभाग सचिवालय जयपुर से बी.के. गुप्ता और सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र कुमार हंस उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन जिला सचिव डॉ. परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने किया। उन्होंने बताया कि इस सेमिनार का विषय “स्वदेशी निर्मित एवं राष्ट्रीय स्वाभिमान” रखा गया था। सेमिनार में राजस्थान के विभिन्न जिलों से आए लगभग 200 पुरस्कृत शिक्षकों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
सांसद श्रीमती मंजू शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वदेशी उत्पादों का उपयोग केवल आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र की आर्थिक सशक्तता का प्रतीक भी है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों में स्वदेशी भावना, आत्मनिर्भरता और देशभक्ति का भाव जागृत करने की दिशा में काम करें।
सेमिनार के दूसरे सत्र में आयोजित चिंतन बैठक में पुरस्कृत शिक्षकों की वर्तमान स्थिति, अधिकारों और हितों पर विस्तार से चर्चा हुई। महासचिव रामेश्वर प्रसाद शर्मा ने बताया कि पुरस्कृत शिक्षकों को सरकार द्वारा दी जाने वाली अनेक सुविधाओं का आज तक पूर्ण लाभ नहीं मिल पाया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पुरस्कृत शिक्षकों को अतिरिक्त वेतन वृद्धि का लाभ देने का वादा किया था, परंतु सरकार के दो वर्ष पूरे होने के बाद भी इस घोषणा पर अमल नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति पुरस्कृत शिक्षकों में असंतोष और निराशा का कारण बन रही है। शर्मा ने सरकार से मांग की कि घोषणा को शीघ्र लागू कर शिक्षकों को उनका उचित सम्मान और अधिकार दिलाया जाए।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि बी.के. गुप्ता ने कहा कि शिक्षा प्रणाली में पुरस्कृत शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके अनुभव और योगदान से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार संभव है। वहीं, राजेंद्र कुमार हंस ने कहा कि शिक्षकों को केवल कक्षा तक सीमित न रहकर समाज के मार्गदर्शक के रूप में भी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
कार्यक्रम में राजस्थान के सभी जिलों से आए शिक्षकों ने संगठन की मजबूती और एकजुटता पर बल दिया। फोरम भीलवाड़ा के शिष्टमंडल में सूर्य प्रकाश पाराशर, मुकेश कुमार कुमावत, राम राय मीणा एवं सीताराम बेरवा ने भाग लिया।


