मुकेश खटीक
भीलवाड़ा।जिले के विद्यालयों में कार्यरत पुस्तकालयाध्यक्षों की दो दिवसीय जिला स्तरीय वाकपीठ संगोष्ठी की शुरुआत गुरुवार को से.मु.मा.कन्या विद्यालय में हुई।कार्यक्रम का शुभारंभ भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी ने किया।अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक(मुख्यालय)रामेश्वर लाल जीनगर ने की।विधायक कोठारी ने कहा कि पुस्तकें मनुष्य की सबसे श्रेष्ठ मित्र होती हैं।पुस्तकालयाध्यक्षों को चाहिए कि वे लगातार नए पाठक जोड़ें।इससे बच्चों में अच्छे संस्कार पनपेंगे।मोबाइल की लत से भी बचाव होगा।अध्यक्षीय उद्बोधन में रामेश्वर जीनगर ने कहा कि पुस्तकालयाध्यक्ष सौभाग्यशाली हैं।उन्हें ज्ञान के भंडार के रूप में समाज और बच्चों की सेवा का अवसर मिला है।विशिष्ट अतिथि दिनेश दीवाना ने कहा कि किताबों का हर युग में महत्व रहा है।ये सभ्यता और संस्कृति की वाहक होती हैं।राजलिसा के संरक्षक अरविंद जोशी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।संगठन की जानकारी दी।राजलिसा जिलाध्यक्ष देवी लाल जाट ने आभार जताया।कार्यक्रम में जिले के सभी पुस्तकालयाध्यक्ष मौजूद रहे।संचालन राजलिसा महिला मंत्री संगीता नागौरी ने किया।