माण्डलगढ़। स्मार्ट हलचल|गांधीनगर, सेक्टर-5 आर.एन.टी. विधि महाविद्यालय में लोकतांत्रिक चेतना के प्रसार और निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्पेशल इंसेंटिव रिविजन (विशेष गहन पुनरीक्षण) विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मतदाता सूची के अद्यतनीकरण और निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता के महत्व पर व्यापक चर्चा करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज समन्वयक गौरव त्यागी, उप प्राचार्य डॉ. प्रभा भाटी, आर.एन.टी., बी.एड. एवं बी.एस.टी.सी. कॉलेज की इंचार्ज एवं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. मधुबाला ने दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों और विधि विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की और कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। मुख्य वक्ता, विधि व्याख्याता जफ्फर हुसैन वैलिम ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन
के उद्देश्य,कार्यप्रणाली और इसके माध्यम से चुनाव व्यवस्था में होने वाले सुधारों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की रीढ़ होती है और इसकी अद्यतनता और निष्पक्षता अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिनमें मृत या अनुपस्थित मतदाताओं के नाम हटाना, नए पात्र मतदाताओं को जोड़ना, डिजिटल सत्यापन, ई-केवाईसी, एपिक नंबर लिंकिंग और बी.एल.ओ. प्रणाली को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना शामिल है। युवा पीढ़ी की भूमिका पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज का युवा लोकतंत्र का भविष्य और राष्ट्र का संरक्षक है। उनकी जागरूकता और सक्रिय भागीदारी ही सशक्त भारत की दिशा तय करेगी। युवाओं से आग्रह किया गया कि वे मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराएं और अपने अधिकारों का प्रयोग करें। कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों ने संवाद सत्र में गहरी रुचि दिखाई और निर्वाचन प्रणाली में बदलाव, तकनीक के उपयोग और मतदाता जागरूकता अभियानों पर सार्थक चर्चा की। प्रतिभागियों ने अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त किए और अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर विधि सहायक आचार्य जमीर आलम, अमित कोहली, गजेंद्र जोशी, सोनिया
राजोरा, मेहा डाड, डॉ. प्रियंका शर्मा, डॉ. अनिल कुमार, दीपक शर्मा, सोनू कुमार मेघवंशी, ललित कुमार सहित अन्य फैकल्टी सदस्य, वरिष्ठ अधिवक्ता बी.एल. पोखरणा और आर.एन.टी. बी.एड., बी.एस.टी.सी. के स्टाफगण क्रमशः प्रीति वर्मा, डॉ. चंचल राठौर डॉ. लाजवंती छतवानी, निरंजन माली, शिखा सक्सेना, मनीष सोनी, रऊफ अहमद, हिमांशु तिवारी एवं स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इसमें कहा गया कि ऐसी शैक्षणिक और जागरूकता आधारित पहलें लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। महाविद्यालय प्रशासन ने भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन जारी रखने का आश्वासन दिया।


