ग्रामीणों ने किया कन्यादान,101 गांवो की रामधुनियो ने किया हरिकीर्तन
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)क्षेत्र के बिलिया गांव में राधाकृष्ण भगवान की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा सहित सप्तदिवसीय श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव का समापन हुआ।मंदिर में विराजित करने के लिए भगवान राधे कृष्ण की नवीन मूर्तियों को जलाभिषेक करवाकर,भगवान राधाकृष्ण का यज्ञ शाला के सामने विवाह संपन्न किया गया।विवाह महोत्सव में ग्रामीणों ने बढ़चढ़ कर सहयोग प्रदान किया साथ ही पूरे गांव वालो राधारानी का कन्या दान किया।पूर्णाहुति के उपलक्ष पर 101 गांव की प्रभातफेरीयो ने गांव की गली मोहल्लों में हरी संकीर्तन किया,जुलूस निकाला।कार्यक्रम में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में कथावाचक केदार महाराज ने सुदामा प्रसंग का सुंदर वर्णन करते हुए सुदामा की गरीबी को देखकर उसके गांव वाले भी नफरत करने लगे जिसको लेकर
केदार महाराज ने बताया की संपति का कभी अहंकार नही करना चाहिए
जब भगवान की कृपा होती हैं तभी घर के अंदर लक्ष्मी का निवास होता है और अपने परिवार में मित्रगण में अगर किसी का समय चक्र खराब चल रहा हो तो उसकी मदद करनी चाहिए।भगवान श्री कृष्ण ने भी अपने मित्र सुदामा की मदद करी,महाराज ने बताया की इस संसार परिवार के रिश्तेदारों से भी बड़ा एक रिश्ता है मित्रता का जिसमे मित्र की पहचान सदैव संकट की घड़ी में होती हैं।कथावाचक महाराज ने गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा रचित ग्रंथ रामचरित मानस में लिखे अनुसार बताया की धीरज धर्म मित्र अरु नारी ,आपद काल परिखहु चारी,पत्नी पुत्र परिवार मित्र और अपना धैर्य हमेशा आपत्ति के समय उपयोग में आता है
और श्री मद भागवत कथा और विष्णु महायज्ञ की पूर्णाहुति व समापन हुई।


