लगभग दो माह पहले बना रेलवे प्लेटफार्म हुआ जर्जर
ठेकेदार ने दिल खोलकर कर किया घटिया सामग्री का उपयोग,The contractor openly used substandard material
रेलवे प्रशासन दिख रहा है मौन।
मेड़ता रोड
एजाज़ अहमद उस्मानी
स्मार्ट हलचल/जोधपुर डिविजन के नावा सिटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दो के हाई लेवल का कार्य अभी पूर्ण हुए लगभग दो तीन महीने भी नहीं हुए हैं और रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर जगह-जगह दरारें पड़ चुकी है। जिसका मुख्य कारण ठेकेदार द्वारा प्लेटफॉर्म निर्माण में दिल खोलकर घटिया सामग्री का उपयोग करना। प्लेटफॉर्म की मौजूदा स्थिति को देखकर भी रेलवे प्रशासन मौन धारण करे हुए बैठा है। प्लेटफॉर्म निर्माण होने के लगभग 2 महीने बाद ही जब प्लेटफार्म का यह हाल है तो अब आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि बारिश के मौसम में इस नए प्लेटफार्म का क्या हाल होगा।
रेलवे स्टेशन अभी से बिखरने लगा इससे यह स्पष्ट होता है कि रेलवे ठेकेदार द्वारा काफी घटिया सामग्री का उपयोग करके चांदी लुटी गई है।साथ ही अगर क्षेत्र वासियों की माने तो इस कार्य में अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आ रही है। अगर बात करें रेलवे के नए निर्माण कार्यों की तो नया के प्लेटफार्म संख्या दो पर हुआ निर्माण कार्य रेलवे प्रशासन को अंगूठा दिखाता नजर आ रहा है। जहां रेल एक और रेलवे प्रशासन अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तहत उच्च श्रेणी के रेलवे स्टेशनों का निर्माण कर रहा है वही इस कार्य में लगे ठेकेदार अपनी मनमर्जी करते हुए रेलवे प्रशासन की मंशाओं पर पानी फेर रहे हैं।क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि ठेकेदार के ऊपर नियम अनुसार कार्यवाही की जाएं । आपको बता दे की नावां रेलवे स्टेशन जोधपुर डिविजन में सर्वाधिक माल भाड़े से रेलवे को राजस्व प्रदान करता है उसके बावजूद भी हालात जस के तस नजर आ रहे हैं।