बूंदी: स्मार्ट हलचल|प्रदेशभर में मानसून की एंट्री के साथ ही बारिश का दौर लगातार जारी है. बूंदी में बीते कुछ वर्षों के मुकाबले इस बार भगवान इंद्रदेव की खास मेहरबानी हुई है. अब तक जिले के 23 बड़े बांधों में से 8 बांध लबालब भर चुके हैं, जबकि 3-4 अन्य बांधों में पानी की आवक जारी है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले दो-तीन दिनों तक यही वर्षा जारी रही तो ये बांध भी पूरी तरह भर जाएंगे. गत वर्ष के मुकाबले इस बार आधे जून और जुलाई माह की शुरुआत तक ही पिछले 10 वर्षों का बारिश का रिकॉर्ड टूट चुका है. बूंदी में मानसून की शुरुआत से ही लगातार अच्छी वर्षा हो रही है.
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि 1 जून से 14 जुलाई तक बूंदी जिले में 2726.30 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. जून माह के अंत और जुलाई के पहले सप्ताह में ही जिले के चार बांध बरधा, अभयपुरा, भीमलत और चांदा का तालाब लबालब भर गए थे. वहीं, पिछले 24 घंटों की लगातार वर्षा के कारण बड़ा नया गांव, चाकन और मरर्डिया जैसे बांध भी छलकने लगे हैं. इस तरह अब तक कुल 8 बांध पूरी तरह भर चुके हैं. इसके अलावा, गुढ़ा डेम, बूंदी का गोठड़ा, पाइबालापुरा, इंद्राणी, रोनिजा और नारायणपुरा बांधों में भी पानी की आवक जारी है. इनके जल्द भरने की संभावना है. वहीं, भीमलत बांध पर 1.50 फीट और अभयपुरा बांध पर 2.30 फीट की चादर के साथ दोनों बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं. इसके कारण मेघरावत, नीमकाखेड़ा, सिंता, सिंती और गरनारा जैसे गांवों में जलभराव की सूचना मिल रही है.
वैकल्पिक पुलिया बही: बूंदी जिले में बीती रात 2 बजे से लगातार हो रही भारी बारिश ने कई नदी-नालों को उफान पर ला दिया है. डाबी में स्टेट हाईवे-115 पर निर्माणाधीन पुलिया के पास बनाई गई वैकल्पिक पुलिया नदी के तेज बहाव में बह गई. बरुधन से डाबी जाने वाला मार्ग बीती रात से ही बंद है. इसी तरह, डाबी से लाबाखो को जोड़ने वाला मार्ग एरु नदी में उफान आने से अवरुद्ध हो गया है. यहां पुलिया पर कई फीट पानी चल रहा है. इसी प्रकार घोड़ा पछाड़ नदी में उफान आने से बूंदी से नमाना और गरड्ढादा जाने वाला मार्ग बंद कर दिया गया है. नमाना से बरुधन, नमाना से श्यामू और गरड्ढादा से नमाना मार्ग पर भी पानी का स्तर बढ़ने से यातायात प्रभावित है. आमली से नमाना जाने वाला मार्ग भी गणेशी के खाल में 6 फीट पानी भर जाने से बंद है.
बड़ा नया गांव, चाकन और मरर्डिया बांध लबालब: बाढ़ नियंत्रण प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि बीती रात से सुबह 8 बजे तक बूंदी में 38 मिमी, तालेड़ा में 21 मिमी, केशवराय पाटन में 36 मिमी, नैनवा में 23 मिमी, हिंडोली में 51 मिमी और रायथल में 9 मिमी वर्षा दर्ज की गई. पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 113 मिमी बारिश बूंदी में हुई है. जिले के 6 उपखंडों में कुल 414 मिमी वर्षा दर्ज की गई. जलसंसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता राहुल शर्मा ने बताया कि तेज बारिश के कारण बड़ा नया गांव, चाकन और मरर्डिया बांध लबालब हो गए हैं. अब तक जिले के 8 बांध पूरी तरह भर चुके हैं, जबकि कई अन्य में पानी की आवक जारी है. गरड्ढादा, बरधा, अभयपुरा, भीमलत और चांदा का तालाब बांध पहले ही भर चुके हैं. सबसे बड़ा गुढ़ा बांध भी भरने के कगार पर है, जिसमें अब तक 30 फीट पानी जमा हो चुका है. इसकी कुल भंडारण क्षमता 34 फीट है. शहर की ऐतिहासिक जैत सागर झील भी लगातार वर्षा से लबालब हो गई है. वहीं, बरधा बांध के ओवरफ्लो होने से तालेड़ा और घोड़ा पछाड़ नदी में पानी का तेज बहाव शुरू हो गया है, जिससे कई पुलियों पर पानी चढ़ आया है।
लाखेरी में मेज नदी पुलिया पर जाम।
जिले के लाखेरी में मेज नदी पुलिया पर अक्सर यातायात जाम की स्थिति बनी रहती है. बीती रात एक वाहन के खराब होने से घंटों तक जाम लगा रहा. पुलिस ने मशक्कत के बाद वाहनों को निकाला. लाखेरी थाना प्रभारी सुभाष शर्मा ने बताया कि पुलिया की जर्जर हालत जाम का मुख्य कारण है. उन्होंने एनएचएआई को सड़क मरम्मत के लिए पत्र भेजा है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.