जानिए- कौन है नए डीजीपी राजीव कुमार शर्मा
कैसे होता है नए मुखिया के नाम पर फैसला
मदन मोहन भास्कर
राजस्थान के नए पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा बने है। राजस्थान सरकार ने नए डीजीपी की नियुक्ति कर दी है। नए डीजीपी डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा का स्थान लेंगे। मेहरडा 30 जून को सेवानिवृत्त हो गये है । राजस्थान में नए पुलिस महानिदेशक के रूप में राजस्थान सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी राजीव कुमार शर्मा को नियुक्त किया है। सोमवार 30 जून को रवि प्रकाश मेहरड़ा रिटार्यड हो गए, जो उत्कल साहू के रिटायर्ड होने के बाद राजस्थान डीजीपी पद को संभाल रहे थे। रवि प्रकाश ने महज 20 दिन के लिए इस पद की जिम्मेदारी संभाली। अब उनके रिटायर्ड होने के बाद राजीव कुमार शर्मा को राजस्थान के डीजीपी के रूप में प्रदेश सरकार ने नियुक्त किया है।
हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी ने राज्य सरकार को तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नामों का पैनल भेजा था। जिसमें राजीव शर्मा, राजेश निर्वाण और संजय अग्रवाल का नाम शामिल था। जिसमें राजीव शर्मा का नाम सबसे ऊपर है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य के नए पुलिस महानिदेशक के पद के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजीव शर्मा के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेज दी है। साथ ही, उन्हें राजस्थान बुलाने के लिए केंद्र को आवश्यक पत्राचार भी कर दिया गया है।
जन्म- आई पी एस राजीव कुमार शर्मा 15 मार्च 1966 को यूपी के मथुरा में जन्मे है । और 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पद से पुलिस महानिदेशक तक का सफर
1992 में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोधपुर सेन्ट्रल से अपनी नौकरी की शुरुआत करने वाले राजीव शर्मा पहले पुलिस अधीक्षक झालावाड जिले के रहे। इसके बाद दौसा जिले में सितम्बर 1994 से मार्च 1996 तक रहे। मार्च 1996 से अप्रैल 1997 तक बोस्निया, हर्जेगोविना में प्रतिनियुक्ति रहे। इसके बाद राजसमंद,जयपुर, भरतपुर आदि के एसपी रहे।
जून 2006 में डीआईजी और फरवरी 2008 में बीकानेर रेंज में आईजी रहे। इसके बाद जनवरी 2009 से जुलाई 2009 तक भरतपुर के आईजी रहे। सितंबर 2011 से दिसम्बर 2014 तक नई दिल्ली में एसटीएफ में संयुक्त निदेशक पद पर रहे। जनवरी 2016 से नवंबर 2016 तक 56 व राष्ट्रीय रक्षक कॉलेज पाठ्यक्रम नेशनल डिफेंस कॉलेज नई दिल्ली में रहे। फरवरी 2017 से दिसंबर 2017 तक अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग जयपुर में रहे। दिसंबर 2017 से जुलाई 2018 तक पुलिस मुख्यालय जयपुर में रहे। जुलाई 2018 से जनवरी 2019 तक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस पुनर्गठन एवं नियम राजस्थान पुलिस मुख्यालय जयपुर में रहे। जनवरी 2019 से जुलाई 2020 तक अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस कार्मिक राजस्थान जयपुर रहे। जुलाई 2020 से जनवरी 2023 तक महानिदेशक पुलिस काम निदेशक राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर में रहे। जनवरी 2023 से जून 2023 तक राजस्थान पुलिस अकादमी में ही रहे। जून 2023 से जनवरी 2024 तक कानून व्यवस्था एवं रस एवं राज्य आपदा प्रतिशत बाल राजस्थान जयपुर में रहे। फरवरी 2024 से अप्रैल 2024 तक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजस्थान के महानिदेशक रहे। अप्रैल 2024 से अब तक पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो भारत सरकार नई दिल्ली में महानिदेशक पद पर रहे हैं।
आईपीएस राजीव कुमार शर्मा एक अनुभवी आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्होंने विभिन्न स्तरों पर प्रशासनिक, कानून व्यवस्था और सुरक्षा संबंधी दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया है। यदि केंद्र से स्वीकृति मिलती है तो वे जल्द ही राजस्थान के स्थायी डीजीपी के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे।
राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित
वरिष्ठ आईपीएस राजीव कुमार शर्मा को पुलिस और प्रशासन में व्यापक अनुभव है। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें 2014 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था।
कैसे होता है नए मुखिया के नाम पर फैसला
पुलिस महकमा हो या राजस्थान की पूरी ब्यूरोक्रेसी। मुखिया चुनने के लिए एक प्रक्रिया तय है। सीनियर अफसरों के नाम का एक पैनल तैयार किया जाता है। उस पैनल पर केन्द्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अफसरों के साथ बैठक होती है। इस बैठक में राज्य सरकार की ब्यूरोक्रेसी के मुखिया शामिल होते हैं। ब्यूरोक्रेसी के मुखिया पैनल के नामों पर चर्चा के दौरान एक अफसर के नाम को नया मुखिया बनाने के लिए प्रस्तावित करता है। इसके बाद बैठक में मौजूद अफसर उस पर अंतिम फैसला करते हैं। अमूमन
राज्य के मुख्यमंत्री की पसंद के नाम को ही ब्यूरोक्रेसी के मुखिया द्वारा आगे रखा जाता है। इस लिहाज से उसी नाम पर मोहर लगना तय होता है।