अजमेर जिला सचिव अर्जुन खींची ने बताया कि प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन बांसवाड़ा में उप शाखा भिनाय से 101 शिक्षक बंधु व बहने भाग लेगी इस बार सभी भाग लेने वालों का अग्रिम रजिस्ट्रेशन हुआ है । तैयारियों को लेकर
प्रदेश महामंत्री महेंद्र लखारा ने किया मार्गदर्शन, 19-20 दिसंबर को लियो संस्थान परिसर में होगा दो दिवसीय महासम्मेलन
संगठन की रीति-नीति ही सफलता का मूल मंत्र: महेंद्र कुमार लखारा
बांसवाड़ा -स्मार्ट हलचल|राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय का दो दिवसीय प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन इस वर्ष 19 और 20 दिसंबर को बांसवाड़ा स्थित लियो संस्थान परिसर में भव्यता के साथ आयोजित होने जा रहा है। इस महत्वपूर्ण आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देने और रणनीति बनाने के लिए रविवार को लियो संस्थान के कॉन्फ्रेंस हॉल में एक आवश्यक तैयारी बैठक आयोजित की गई।
जिला मंत्री जयदीप पाटीदार ने बताया कि बैठक की अध्यक्षता राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय बांसवाड़ा संभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष देवीलाल पाटीदार ने की। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जिनका प्रभावी मार्गदर्शन बैठक का मुख्य केंद्र रहा। विशिष्ट अतिथियों में शैक्षिक सम्मेलन के संयोजक डॉ. ऋषिन चौबीसा, सह संयोजक एवं जिलाध्यक्ष दिनेश मईडा, संभाग संगठन मंत्री दिलीप पाठक, और विभाग संगठन मंत्री प्रवीण जैन शामिल रहे।
मुख्य अतिथि प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा ने अपने उद्बोधन में शैक्षिक सम्मेलन की तैयारियों के दौरान मार्गदर्शन करते हुए कहा कि किसी भी वृहद आयोजन की सफलता कार्यकर्ताओं के सामूहिक और समर्पित प्रयास पर निर्भर करती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारा सर्वोच्च दायित्व संगठन की निर्धारित रीति-नीति का अक्षरशः पालन करना है।
लखारा ने कहा, “शिक्षक संघ राष्ट्रीय एक परिवार है, और इस परिवार के कार्यकर्ता होने के नाते हमें अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर उठकर काम करना होगा।” उनका मार्गदर्शन इस बात पर केंद्रित था कि प्रत्येक सदस्य अपनी जिम्मेदारी को समझे और ईमानदारी से उसका निर्वहन करे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि शिक्षक हित और शैक्षणिक गुणवत्ता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें अपनी भूमिका को केवल एक आयोजक तक सीमित न रखते हुए, शिक्षक समुदाय के प्रतिनिधि के रूप में देखना चाहिए। उन्होंने पारदर्शिता, समर्पण, और समयबद्धता को सफलता का मूल मंत्र बताया। लखारा के विचार कार्यकर्ताओं को सम्मेलन के सफल और प्रभावशाली आयोजन के लिए एक स्पष्ट दिशा और प्रेरणा प्रदान करते हैं।
सफल आयोजन हेतु बनी कमेटियाँ
प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन के संयोजक डॉ ऋषिन चौबीसा ने बैठक का ब्यौरा देते हुए बताया कि तैयारी बैठक में प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन के विभिन्न आयामों – जैसे आवास व्यवस्था, भोजन, मंच संचालन, अतिथियों का स्वागत, प्रचार-प्रसार, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जल व्यवस्था और प्रदर्शनी आदि पर विस्तार से चर्चा की गई।
सम्मेलन को सुव्यवस्थित और सफलतापूर्वक आयोजित करने हेतु विभिन्न महत्वपूर्ण कमेटियों का गठन किया गया। इन कमेटियों में प्रदेश, संभाग और जिला स्तर के वरिष्ठ पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। संयोजक ने बताया कि सभी कमेटियाँ अब अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा के साथ निभाते हुए आयोजन को सफल बनाने के लिए जुट जाएंगी।
बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने प्रदेश महामंत्री के मार्गदर्शन पर चलने और इस आयोजन को राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के इतिहास का एक अविस्मरणीय और सफल आयोजन बनाने का सामूहिक संकल्प लिया।
इस अवसर पर डूंगरपुर जिलाध्यक्ष शंकरलाल कटारा, प्रतापगढ़ जिलाध्यक्ष देवीलाल निनामा, संभाग मीडिया संयोजक आशीष उपाध्याय, जिला संगठन मंत्री कमलसिंह सोलंकी, सुदर्शन सिंह चौहान, कालूराम मीणा, गोपाल लाल मीणा, हीना शर्मा, रमेशचन्द्र पाटीदार, मोहनलाल शर्मा, वजीर खान पठान, रमेशचन्द्र व्यास, बंसीलाल डिंडोर, सरदार सिंह कटारा, जनक भट्ट, जयेश उपाध्याय, अशोक मईडा, बहादुर पारगी,अनिल भट्ट, भरत माधविया, शिवचरण मीणा, पृथ्वीसिंह पड़वाल, शंकरलाल भगोरा, सरदारसिंह डामोर, परमेश्वर पाटीदार, जोधासिंह गवारिया सहित बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ जिले के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


