बहका खेड़ा को नई ग्राम पंचायत बनाने व रामपुरा,कल्याणपुरा, गोवर्धनपुरा व डियास को सम्मिलित करने की मांग
खामोर ग्राम पंचायत को यथावत् रखने के प्रस्ताव पर प्रदर्शन कर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)पंचायत क्षेत्र के राजस्व गांव बहका खेड़ा को खामोर ग्राम पंचायत से अलग कर नई ग्राम पंचायत बनाने व खामोर पंचायत के राजस्व गांव रामपुरा, कल्याणपुरा, गोर्वधनपूरा व अरवड ग्राम पंचायत के राजस्व गांव डियास जिसकी बहका खेड़ा से दूरी 3 किमी है को बहका खेड़ा नई ग्राम पंचायत बनाकर जोड़ना प्रस्तावित था लेकिन राजनेतिक द्वेषता से खामोर को फिर से यथावत रख दिया गया जिसको लेकर सैकडो ग्रामीणों ने सरपंच प्रतिनिधि बलवंत सिंह राठौड़ के नेतृत्व में शाहपुरा तहसीलदार विश्वजीत सिंह व भीलवाड़ा सिटी एडीएम प्रतिभा देवटीया को ज्ञापन दिया।ज्ञापन में बताया की 5 फरवरी को पंचायत समिति शाहपुरा द्वारा जारी पत्र के द्वारा राजस्थान पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 101 के अर्न्तगत शाहपुरा व फुलियाकलां उपखण्ड की पंचायती राज संस्थाओं की सीमाओं में पुर्नगठन, पुर्नसीमांकन एवं नव सृजन के संबंध में प्रस्ताव विकास अधिकारी पंचायत समिती शाहपुरा द्वारा तैयार कर भिजवाया गया था।जिसको कार्यालय निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी एसडीएम शाहपुरा द्वारा 5 फरवरी को जिला कलक्टर भीलवाडा को प्रेषित कर दिया गया था। इसके बाद कार्यालय जिला कलक्टर भीलवाड़ा द्वारा 07 अप्रैल को जारी नोटिस के क्रमांक मे आपत्ती आमंत्रित की गयी थी। पंचायत समिती शाहपुरा द्वारा तैयार प्रस्ताव के अनुसार ग्राम पंचायत खामोर पंचायत समिती शाहपुरा की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत होकर प्रस्ताव के क्रम संख्या 38 पर दर्ज है जिसमें राजस्व ग्राम खामोर को एक ग्राम पंचायत बनाने तथा मौजूदा ग्राम पंचायत खामोर के शेष राजस्व ग्राम बेहका खेड़ा,रामपुरा, कल्याणपुरा, गोरधनपुरा तथा ग्राम पंचायत अरवड़ के राजस्व ग्राम डियास को सम्मिलित करते हुये बेह का खेड़ा नयी ग्राम पंचायत बनाये जाने का प्रस्ताव सम्मिलित था। कार्यालय जिला कलक्टर भीलवाड़ा द्वारा प्रकाशित नोटिस मे पंचायत समिती शाहपुरा की दूसरी सबसे बडी ग्राम पंचायत होने के बावजूद खामोर ग्राम पंचायत को यथावत् रखने का प्रस्ताव दर्शाया गया है।जो कि जनभावना के अनुरूप नही है।उक्त प्रस्ताव मे ग्राम पंचायत खामोर से क्षेत्रफल और जनसंख्या से छोटी कई ग्राम पंचायतो का विभाजन कर नई ग्राम पंचायते बनाया जाना प्रस्तावित है जो कि ग्राम पंचायत खामोर की जनभावना के साथ अन्याय है।नयी ग्राम पंचायत बनने के साथ दोनो पंचायतो मे राज्य सरकार के विकास कार्यों के साथ-साथ नरेगा, डीएमएफटी, टीएफसी, एसएफसी और अन्य विकास योजनाओ के माध्यम से होने वाले विकास कार्यों को गति मिलती लेकिन ऐसा नही होने से ग्राम पंचायत विकास के दृष्टिकोण से अन्य पंचायतो की तुलना मे पिछड जायेगी।ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज करवाई है की खामोर ग्राम पंचायत को यथावत् नही रखते हुये कार्यालय पंचायत समिती,शाहपुरा द्वारा तैयार कर भिजवाये गये प्रस्ताव के अनुरूप ग्राम पंचायत खामोर से दो अलग-अलग ग्राम पंचायत जिसमे राजस्व ग्राम खामोर को एक ग्राम पंचायत तथा मौजूदा ग्राम पंचायत खामोर के शेष राजस्व ग्राम बेह का खेड़ा, रामपुरा, कल्याणपुरा, गोरधनपुरा तथा ग्राम पंचायत अरवड़ के राजस्व ग्राम डियास को सम्मिलित करते हुये बेह का खेड़ा नयी ग्राम बनाने की मांग की गई।सरपंच प्रतिनिधि बलवंत सिंह ने कहा की राजनीतिक द्वेषता व वोट बैंक की राजनीति से आमजन की भावना के साथ खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा है।