बीगोद@स्मार्ट हलचल/स्थानीय कस्बे में चल रही रामलीला में कई प्रसंगों का सजीव मंचन किया जा रहा है।रामलीला में वन में पहुंचे भरत ने राम से अयोध्या लौटने का भावुक होकर विनय किया। लेकिन रामजी ने भरत से साफ इंकार करते हुए कहा कि माता-पिता का आदेश का पालन करना पुत्रों का धर्म है। इसलिए भरत आपको नीति के अनुसार राज्य का पालन करना आपका धर्म है। लेकिन भरत भगवान राम की चरण पादुकाएं लेकर निराश होकर लौट आते हैं।
रामलीला के मंच पर पंचवटी में रह रहे राम लक्ष्मण पर रावण की बहन शूर्पणखा की ओर से शादी के लिए आग्रह करना। गुस्से में आकर लक्ष्मण द्वारा शूर्पणखा की नाक काटने का मंचन भी किया गया। रामलीला देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहूंच रहे है और आनंद उठा रहे है।