बूंदी- स्मार्ट हलचल|जिले के लाखेरी खुर्द के रामदेव गुर्जर वर्षों से अपने पैतृक घर में रह रहे थे, लेकिन एक चीज की कमी उन्हें हमेशा परेशान करती थी – उनके पास अपने घर का कोई कानूनी प्रमाण नहीं था। यह कमी न सिर्फ उन्हें असुरक्षित महसूस कराती थी, बल्कि भविष्य में उनके परिवार के लिए भी एक चिंता का विषय थी।
यह इंतजार तब खत्म हुआ जब उन्हें ग्राम पंचायत सूनगर में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर 2025 की खबर मिली। यह शिविर सरकार की एक सराहनीय पहल हैं, जिसका मकसद हैं ग्रामीणों को उनके अधिकार दिलाना।
रामदेव ने इस मौके का फायदा उठाने का फैसला किया। उन्होंने तुरंत आबादी पट्टे के लिए आवेदन किया। इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए, ग्राम विकास अधिकारी स्वयं उनके गांव, लाखेरी खुर्द, आए और उनके घर का माप लिया।
फिर वह ऐतिहासिक क्षण आया। उपखंड अधिकारी, नायब तहसीलदार और ग्राम पंचायत के सरपंच की उपस्थिति में, रामदेव जी को उनके घर का पट्टा सौंपा गया। इस दस्तावेज के साथ, उन्हें सिर्फ एक कागज नहीं, बल्कि अपने घर का कानूनी अधिकार, सुरक्षा और भविष्य के लिए आत्मविश्वास मिला।
रामदेव के लिए यह सफलता सिर्फ व्यक्तिगत नहीं थी, बल्कि पूरे गांव के लिए एक उम्मीद थी। उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासन को ऐसे शिविर आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे कदम उठाए जाएंगे ताकि जरूरतमंद लोगों को मदद मिल सकें।


