Rameshwaram Cafe Blast:मामले में ताजा सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें संदिग्ध को सफ़ेद टोपी और मास्क पहने, कंधे पर बैग लेकर कैफे की तरफ जाते देखा जा सकता है. पुलिस ने 1 मार्च को सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध की पहचान कर ली थी. उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने उसे करीब 28 से 30 साल का युवा बताया है. उसने बैग को एक पेड़ के पास रखा और चला गया. इसके एक घंटे बाद धमाका हो गया. होटल के फ्लोर मैनेजर ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने 1 मार्च सुबह करीब 11:30 बजे एक व्यक्ति को संदिग्ध बैग छोड़ते हुए देखा था. पुलिस ने व्हाइटफील्ड इलाके में विस्फोट स्थल से एक टाइमर और आईईडी के अन्य हिस्से भी बरामद किए हैं, अभी फॉरेंसिक रिपोर्ट आनी बाकी है.
कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि पुलिस को जानकारी है कि संदिग्ध बीएमटीसी बस से घटनास्थल पर पहुंचा था. हमने कई टीमों का गठन किया है, सीसीटीवी फुटेज से कुछ सबूत इकट्ठे किए हैं. जब धमाका हुआ, तो बीएमटीसी की एक बस उस रास्ते से गुजर रही थी. हमें जानकारी है कि वह बस से आया था, हम जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करेंगे। केंद्रीय अपराध शाखा ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामले की जांच शुरू की है. बेंगलुरु पुलिस के साथ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी घटना की जांच कर रही है. सात से आठ टीमों का गठन किया गया है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि यह सच है कि विस्फोट हुआ है, एक आदमी जिसने नकाब और टोपी पहनी थी, फिर वह एक जगह जाकर बैठ गया. उसने टाइमर रखा और चला गया. मैं मौके पर जाऊंगा। हम नहीं जानते कि वह कौन है, जल्द से जल्द हम उसे ढूंढ लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा राजनीति कर रही है. उनके शासन काल में भी बम विस्फोट हुए, क्या तब वे मुसलमानों का तुष्टिकरण कर रहे थे? मैं आतंकवादियों की निंदा करता हूं. हमें राजनीति नहीं करनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों से गुजारिश की है कि वे इस पर राजनीति न करें, सभी को सहयोग करना चाहिए।
राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने मामले की विस्तृत जांच की मांग की है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने कहा कि ऐसे अपराधों को कम महत्व देने में सरकार की संवेदनहीनता राज्य को इस अराजकता में धकेल रही है और असामाजिक तत्वों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना साबित हो रही है. इसमें पुलिस ख़ुफ़िया की विफलता भी दिख रही है. रामेश्वरम कैफे के मालिकों ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हम अधिकारियों के साथ जांच में सहयोग कर रहे हैं.