शाहपुरा-चित्तौड़गढ़ में हुए चर्चित रमेश ईनाणी हत्याकांड ने अब केवल कानून व्यवस्था ही नहीं, बल्कि धार्मिक जगत को भी गहरे संकट में डाल दिया है। इस सनसनीखेज मामले में नाम सामने आने के बाद रामस्नेही संप्रदाय ने बड़ा और सख्त फैसला लेते हुए चित्तौड़गढ़ निवासी संत रमताराम और सिरोही के संत भजनाराम को संप्रदाय से बाहर कर दिया है। यह निर्णय बुधवार देर रात जारी आदेश के साथ सार्वजनिक हुआ, जिसके बाद धार्मिक हलकों में खलबली मच गई।
रामस्नेही संप्रदाय के कार्यवाहक भंडारी साधु जगवल्लभराम रामस्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि यह निर्णय पीठाधीश्वर आचार्यश्री स्वामी रामदयालजी महाराज के मार्गदर्शन में लिया गया। वरिष्ठ संतों एवं भक्त समुदाय की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए संप्रदाय ने यह कठोर अनुशासनात्मक कदम उठाया। आदेशी पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि आगे चलकर इस प्रकरण में किसी अन्य संत की भूमिका उजागर होती है, तो उस पर भी स्वतः निष्कासन लागू होगा।
उल्लेखनीय है कि 11 नवंबर को चित्तौड़गढ़ शहर में दिनदहाड़े कुरियर व्यवसाय से जुड़े रमेश ईनाणी की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य शूटर मनीष कुमार दुबे को गिरफ्तार कर लिया है।


