क्षतिग्रस्त चीजों को भी फिर से ठीक करवा दिया गया। NCW ने कहा कि कोलकाता पुलिस ने घटनास्थल को तुरंत सील नहीं किया। NCW ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया है। 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध के मामले में जाँच से लेकर सुरक्षा और बुनियादी ढाँचे में भी काफी खामियाँ थीं। आश्चर्य की बात कि वहाँ घटना के दौरान एक गार्ड तक मौजूद नहीं था। नाइट शिफ्ट के दौरान ऑन कॉल इंटर्न, डॉक्टरों और नर्सों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने अपनी रिपोर्ट में ये भी पाया कि सबूतों से छेड़छाड़ की संभावना जताई है। साथ ही घटनास्थल पर अचानक से नवीनीकरण का कार्य शुरू किए जाने पर भी सवाल उठाया। मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शौचालय गंदे हैं, प्रकाश की उचित व्यवस्था नहीं है, और साथ ही सुरक्षा कारणों का अभाव है। घटना के बाद इस्तीफा देने वाले पूर्व प्रधानाध्यापक डॉ संदीप घोष से भी पूछताछ अभी तक अधूरी है। NCW ने कहा कि तुरंत यहाँ की व्यवस्था सही की जाए।