रायला ( लकी शर्मा) रायला के धर्म तालाब के पेटे में आ रहे अतिक्रमण हुए खाली भूखंड की चारदीवारी के साथ ही तालाब के पेटे में बनी मदरसा की चारदीवारी पर शनिवार को जब पिला पंजा चला तो मुस्लिम समुदाय के लोगो ने मौके पर मौजूद तहसीलदार को चारदीवारी को नही तोड़ने की बात करते हुए खरी खोटी सुनाई। साथ ही रायला उपसरपंच आरिफ मोहम्मद ने बीजेपी सरकार पर तीर करते हुए कहा की यह बीजेपी सरकार अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए इस प्रकार की कार्यवाही करवाती है। हालांकि मदरसा की बनी चारदीवारी को धवस्त भी किया गया । आप को बता दे की एनजीटी कोट के आदेशनुसार तालाब के पेटे में आ रहे अतिक्रमण को ध्वस्त करने के जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए थे। कलेक्टर के निर्देशन में शनिवार को तहसीलदार की टीम ने रायला धर्मतालाब में बने भुखड़ की चारदीवारी को तोड़ना शुरू करने के साथ मदरसा की भी चारदीवारी को तोड़ने के लिए जैसे ही जेसीबी का पीला पंजा चला तो मुस्लिम समाज के लोगो ने हंगामा कर दिया। हंगामा देखते रायला थानाधिकारी बच्चराज चौधरी मय जाब्ता मौके पर पहुच कर मामले को शांत करवाया। तहसीलदार ने जानकारी देते हुए कहा की आवश्यकतानुसार जाब्ता नही मिलने के कारण कार्य को ज्यादा गति नही मिल सकी आगे प्रशासन के निर्देशानुसार जो तारीख की घोषणा की जाएगी उस दिन आगे की कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है की रायला का धर्म तालाब लगातार कई समय से सुर्खियों में है इसका कारण यह है की सरपंच ने अपने निजी स्वार्थ के चलते तालाब के पेटे में प्लाट काटकर लोगो को बेच दिये इसके साथ ही मदरसा पेट्रोल पंप विधालय जैसी कई बड़ी बडी बिल्डिंग बना दी। यह देख रायला के समाजसेवी ओमप्रकाश सोमानी ने एनजीटी कोर्ट में याचिका दर्ज करवाई एनजीटी कोर्ट ने आदेश पारित करते हुए सरपंच पर दो करोड रुपए का जुर्माना व तालाब को पूर्ववती अवस्था मे लाने के आदेश दिए।