पुरुष नसबंदी पर जोर: 3000 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी
मनोज खंडेलवाल
दौसा, 16 दिसंबर।स्मार्ट हलचल/मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय में सोमवार को परिवार कल्याण कार्यक्रम और प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य (आरसीएच) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता सीएमएचओ डॉ. सीताराम मीणा ने की। इसमें जिले के सभी 11 ब्लॉकों के बीसीएमओ, बीपीएम, और बीएनओ ने हिस्सा लिया।
सभी चिकित्सा संस्थानों तक बजट का किया गया आवंटन
सीएमएचओ डॉ. मीणा ने बताया कि निदेशालय से प्राप्त बजट को संबंधित सभी चिकित्सा संस्थानों तक भिजवा दिया गया है। उन्होंने अकाउंटेंट्स को निर्देश दिए कि वे बजट की जानकारी बीसीएमओ और बीपीएम तक पहुंचाएं और समय पर बुकिंग सुनिश्चित करें। संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी, ताकि आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं समय पर मिल सकें।
टीकाकरण और एएनसी जांच पर दिया गया जोर
आरसीएचओ डॉ. बी.एल. मीणा ने बैठक में कहा कि टीकाकरण लक्ष्य के अनुरूप किया जाए और रिर्पोटिंग समय पर हो। गर्भवती महिलाओं की सभी एएनसी जांचें तय समय पर पूरी हों और बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण चक्र पूर्ण किया जाए।
पुरुष नसबंदी के लिए 3000 रुपये का दिया जायेगा प्रोत्साहन
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेन्द्र गुर्जर ने पुरुष नसबंदी पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि पुरुष नसबंदी कराने पर सरकार की ओर से 3000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और निशुल्क है, जो सभी चिकित्सा केंद्रों और नसबंदी शिविरों में उपलब्ध है।
डॉ. गुर्जर ने बीसीएमओ को निर्देश दिए कि वे चिकित्सा संस्थानों और आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल के माध्यम से एफपीएलआईएमएएस पोर्टल पर परिवार नियोजन साधनों का इंडेंट सुनिश्चित करने के लिए पाबंद करें। साथ ही, आशा बहिनों को उनके इंसेंटिव क्लेम समय पर करने के निर्देश भी दिए। साथ ही बैठक में मां वाउचर योजना, विटामिन ए अभियान, और सांस अभियान की प्रगति की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर डॉ. कपिल देव मीणा और जिला कार्यक्रम प्रबंधक गौरव गुप्ता भी उपस्थित रहे। बैठक में परिवार कल्याण योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए ठोस दिशा-निर्देश जारी किए गए।