सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- कस्बे के निकटवर्ती रेड़वास ग्राम पंचायत मुख्यालय पर शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों के कई कार्यो का निस्तारण किया गया । शिविर में विधायक गोपीचंद मीणा पहुंचे । शिविर प्रभारी बीडियो रामविलास मीणा ने बताया कि रेड़वास ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा शिवर का आयोजन किया गया शिविर में सह शिविर प्रभारी सत्यनारायण गुजराती, सहायक विकास अधिकारी, नायब तहसीलदार श्रीलाल मीणा, गिरधर राजेश काबरा, सचिव प्रभुलाल मीणा, कृषि पर्यवेक्षक ब्रज मोहन रेगर, डॉक्टर दिलीप पांचाल, पशुधन निरीक्षक शिवराज कुम्हार, उद्यान विभाग कृषि पर्यवेक्षक अशोक चौधरी, सुशील शर्मा, कैलाश जाट, डॉक्टर दामोदर शर्मा, गोविंद लैब टेक्नीशियन देवेंद्र कुमार, cho भूपेंद्र पंकज, कंपाउंड देबीलाल गाडरी, रेडवास ग्राम पंचायत की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरपंच लाडू देवी, उपसरपंच बद्री लाल जाट, महावीर जाट, जमनालाल शर्मा आदि कई मौजूद रहे । शिविर सालों बाद जमीन की नकल में अशुद्धि के लिए दर-दर भटक रहे किसान का शिविर में शिवलाल का शिवराज हुआ । क्षेत्र में सबलपुरा गांव में विभाग की नाकामी से दर्जनों बाशिन्दे इन दिनों अपने खेतों पर जाने वाले रास्ते को खुलवाने के लिए भटक रहे है, उनके पशु भी चरने के लिए नही जा पा रहे है, 2022 में तत्कालीन तहसीलदार रामजीलाल गुर्जर ने जिस आम रास्ते को अतिक्रमण मुक्त करवाया था, उसी रास्ते पर फिर से अतिक्रमणकारियों ने जेसीबी मशीन से डोल लगाकर बन्द कर दिया, सबलपुरा के लोगो ने बताया कि अतिक्रमण करने वाले लोगो ने उनके गांव की 65 बीघा जमीन पर कब्जा करके आम रास्ते को भी कब्जा लिया है, करीब 10 गाँवो के आने जाने के के लिए दूसरे रास्ते पर होकर आना जाना पड़ रहा है, दर्जनों लोगों ने कही बार अतिक्रमण हटाने एव आम रास्ते को खुलवाने के लिए सिस्टम एव शासन के लोगो से गुहार लगाई पर उनके कान पर जु तक नही रेंगी है, लोगो का कहना है कि मानसून सीजन के समय अतिक्रमणकारियों ने रास्ते को कब्जा किया है जिससे उनके खेतो पर जाने के लिए समस्या खड़ी हो गई है, यदि जल्दी रास्ते को खुलवाकर अतिक्रमण नही हटाया गया तो उन्हें मजबूर होकर आंदोलन करना पड़ेगा । रेडवास शिविर में ग्रामीणों ने अधिकारियों को ज्ञापन देते हुए रास्ता लाने की मांग को लेकर शिविर में ही धरने पर बैठ गए, बाद में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने इसके बाद वह रास्ता खुलवाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने ।