मुकेश खटीक
मंगरोप।कोटड़ी पंचायत समिति क्षेत्र के रेणवास गांव की नाड़ी में एक मगरमच्छ दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई।यह दृश्य सबसे पहले गांव के निवासी विनोद व्यास ने देखा और तुरंत ही इसकी सूचना वन विभाग को दी गई।खबर मिलते ही वन विभाग और पंचायत प्रशासन हरकत में आया और आसपास के लोगों को सतर्क किया गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार,शुक्रवार सुबह ग्रामीण जब नाड़ी के पास अपने दैनिक कार्यों के लिए पहुंचे तो उन्हें पानी में कुछ हलचल महसूस हुई।पास जाकर देखने पर एक बड़ा मगरमच्छ दिखाई दिया,जिसे देखकर लोगों में हड़कंप मच गया।नाड़ी गांव के बच्चों और पशुओं के पानी पीने का प्रमुख स्रोत मानी जाती है,ऐसे में मगरमच्छ की मौजूदगी से बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है।सूचना मिलते ही कोटड़ी पंचायत प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर लोगों को चेतावनी दी कि नाड़ी के आसपास कोई भी व्यक्ति,विशेषकर बच्चे और पशुपालक,तब तक न जाएं जब तक वन विभाग की टीम मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ नहीं लेती। वहीं,वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।मगरमच्छ को पकड़ने के लिए पिंजरा और अन्य जरूरी संसाधन भी मंगवाए जा रहे हैं।वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह मगरमच्छ संभवतः बारिश के मौसम में बहते हुए किसी नाले से नाड़ी में आ पहुंचा होगा।फिलहाल मगरमच्छ को पकड़े जाने तक इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है और ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।ग्रामीणों में डर,लेकिन राहत भी जहां एक ओर मगरमच्छ की मौजूदगी से ग्रामीणों में डर का माहौल है,वहीं पंचायत और वन विभाग की तत्परता से लोगों को कुछ राहत भी मिली है।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए जलाशयों और नाड़ियों की समय-समय पर जांच की जाए।यह पहली बार नहीं है जब ग्रामीण क्षेत्र की जल स्रोतों में मगरमच्छ देखे गए हों। प्रशासन और वन विभाग की तत्परता ऐसे हादसों से बचाने में अहम भूमिका निभा रही है। मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़कर जंगल में छोड़े जाने की कार्रवाई जल्द ही पूरी की जाएगी।