नागौर में कांग्रेस को लगा बड़ा झटका,Resignation of Congress leaders in Nagaur
एक साथ 415 पदाधिकारी ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा,
निष्कासित तेजपाल मिर्जा ने कहा – हनुमान बेनीवाल पार्टी को खत्म करने वाला टूल।
मेड़ता रोड
एजाज अहमद उस्मानी
स्मार्ट हलचल/नागौर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कुचेरा नगर पालिका अध्यक्ष व विधानसभा चुनाव में खींवसर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे तेजपाल मिर्धा का कांग्रेस पार्टी से निष्कासित करना कांग्रेस पर ही भारी पड़ रहा है। नागौर के खींवसर इलाके से कांग्रेस से जुड़े 400 से अधिक कांग्रेसियों ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। यह सभी लोग शुक्रवार को एक जगह एकत्रित हुए सभा की और प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस्तीफा दे दिया। तेजपाल मिर्धा ने बताया कि यह सभी इस्तीफे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भेजे जा रहे हैं। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल की शिकायत पर 8 अप्रैल को तेजपाल मिर्धा सहित तीन लोगों को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
हनुमान बेनीवाल नागौर में पार्टी को खत्म करने वाला टूल
कांग्रेस पार्टी से निष्कासित तेजपाल मिर्धा ने कहा है कि हनुमान बेनीवाल नागौर में कांग्रेस को खत्म करने वाला टूल है। जो पूरे नागौर में कांग्रेस पार्टी को खत्म करने में लगे हुए हैं। ऐसे व्यक्ति के साथ गठबंधन करने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गहरा आघात लगा है। इसलिए हम सभी कांग्रेस से एक साथ त्यागपत्र दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने स्थानीय कांग्रेसी संगठन की मर्जी के बिना रालोपा से गठबंधन किया तथा यह गठबंधन कांग्रेसियों पर थोपा गया। रालोपा ने तो पूरे जिले में कांग्रेस को हराने का काम किया था ।हमने कभी बीजेपी के साथ मंच साझा नहीं किया फिर भी बेनीवाल ने हमको पार्टी से निकलवा दिया। क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनका मुकाबला कांग्रेस से हो कांग्रेस पार्टी ने बिना किसी सूचना या कारण बताओं नोटिस के तुगलकी की फरमान जारी कर मेरा निष्कासन कर दिया। उन्होंने कहा अब देश में इंदिरा गांधी वाली कांग्रेस नहीं है यहां हर एक व्यक्ति अपने हिसाब से पार्टी चल रहा है। कांग्रेस आलाकमान के सामने यह संदेश पहुंचाना जरूरी है कि राजस्थान में कांग्रेस ही कांग्रेस को खत्म कर रही है।
कांग्रेस के एक नेता ने स्वास्थ्य के लिए किया लाल पैसे गठबंधन
निष्कासित तेजपाल मिर्धा ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के एक नेता ने अपने स्वार्थ की पूर्ति करने के लिए नागौर में रालोपा से गठबंधन करवाया है ताकि उन्हें कहीं और वोट मिल जाए। मनीष मिर्धा नागौर की राजनीति को नहीं जानते हैं ।मनीष परिवार के जमीनी विवाद को राजनीतिक मंच पर ले गए यह ठीक नहीं है। लोकसभा चुनाव को लेकर तेजपाल मिर्धा ने कहा कि वह इस चुनाव तक निर्दलीय रहेंगे। तेजपाल मिर्धा के समर्थन में इस्तीफा देने वालों से उन्होंने कहा कि रालोपा को हराना है इसके लिए चाहे नोटा का बटन दबाए। कांग्रेस के निष्ठावान लोगों का पार्टी से निष्कासन करना कांग्रेस पार्टी को जड़ से खत्म करने का तरीका है।