उदयपुर, 4 मार्च–स्मार्ट हलचल/राजस्थान सरकार द्वारा वाइस प्रिंसिपल पद समाप्त कर वरिष्ठ व्याख्याता पद के सृजन किए जाने संबंधी प्रस्ताव को प्रत्याहारित करने, वाइस प्रिंसिपल पदों पर दो वर्षों की बकाया डीपीसी एवं व्याख्याता (शारीरिक शिक्षा) की विभिन्न मांगों को लेकर आज राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ रेसला के जिला अध्यक्ष गिरीश चौबीसा के नेतृत्व में व्याख्याताओं ने जिला कलेक्टर नमित मेहता को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में पुरजोर मांग की गई कि वरिष्ठ व्याख्याता पद के प्रस्ताव को प्रत्याहारित किया जाए, ताकि शिक्षा प्रणाली को कमजोर होने से बचाया जा सके। व्याख्याताओं ने कहा कि यदि सरकार ने शीघ्र निर्णय नहीं लिया, तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
जिला मंत्री ऋषिकेश गामोठ ने कहा कि यह निर्णय न केवल व्याख्याताओं के करियर पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा, बल्कि शिक्षा स्तर को भी प्रभावित करेगा। उन्होंने सरकार से तत्काल इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में व्याख्याताओं ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आगे बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान रूपाली चौहान ,राजेंद्र भूखिया,सुरेश व्यास,अनिल राघावत,हरीश नागदा, थान सिंह ,दर्जन सिंह ,प्रवीण ओदिच्य, शिव कुमार ,देवेंद्र मेनारिया, मदन सालवी सहित बड़ी संख्या में रेसला के सदस्य उपस्थित रहे।