(राजेश जीनगर, भीलवाड़ा)
भीलवाड़ा । साथियों, हम सब नववर्ष 2025 की दहलीज पर खड़े हैं और घड़ी की सुइयों की टिक टिक के साथ नए वर्ष के स्वागत् को बेहद आतुर व बेताब हैं। कई स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी इसकी तैयारी की है, जिसमें नशा करने के बजाय दुध पीकर, मदिरालय की बजाय मंदिर जाकर नया साल मनाने की अपील और संदेश के साथ तैयार हैं। सिर्फ एक जनवरी का दिन ही नहीं बल्कि हमारे लिए युं तो हर दिन नया है, हर रोज सुर्योदय हमारे लिए उम्मीद की एक नई किरण लेकर आता है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि हर नया साल एक नई उम्मीद, नया संकल्प और नये अवसर लेकर आता है। यह वह समय होता है जब हम अपने अतीत को पीछे छोड़कर भविष्य की ओर कदम बढ़ाते हैं। यह ना केवल समय की एक और परिभाषा है, बल्कि हमारे भीतर छुपे उन अनगिनत संभावनाओं और सपनों की शुरुआत भी है, जिन्हें हम अब साकार करने का दृढ़ संकल्प लेते हैं। नए साल की दस्तक के साथ, हम हर दिन को एक नए अवसर के रूप में अपनाते हैं, जो हमें ना केवल अपनी खुशियों को संजोने बल्कि अपनी जिंदगी को और बेहतर बनाने की प्रेरणा भी देता है। वस्त्रनगरी नए साल की पूर्व संध्या पर आज 31 दिसंबर की देररात तक होटलों, रेस्टोरेंट्स, मॉल, वाटिकाओं, फार्म हाउसों में 01 जनवरी के जश्न में डुब जाएगी और ये जश्न घंटों तक जारी रहेगा। ऐसे में उक्त जगहों पर इस जश्न के बीच शहरवासियों के मदिरापान कर तेज वोलियम में साउंड सिस्टम पर पुरी मौज मस्ती के साथ झुमने से इंकार नहीं किया जा सकता है। घड़ी की सुईयां मिलने तक दुनियाभर में लोग गीत गाने और आतिशबाजी देखने जैसे रीति-रिवाजों के साथ जश्न मनाते हैं। चूंकि नया साल अच्छे बदलाव का एक बड़ा अवसर है, इसलिए कई लोग नये वर्ष में कुछ अच्छा करने, घर की सुख समृद्धि और नववर्ष उनके लिए मंगलमय हो, इसके लिए कई तरह के संकल्प भी लेते हैं। कई लोग नये वर्ष का पारंपरिक रूप से स्वागत् करते हैं तो कई लोग नशे में बहककर अप्रिय स्थिति पैदा कर देते हैं। जो की दुसरो के लिए मुसीबत बन जाती है। हांलांकि जिले की पुलिस हर तरह की गतिविधियों से निपटने के लिए तैयार है, लेकिन, हमें भी अपने आपसे नववर्ष के शुभ आगमन को लेकर ऐसा संकल्प लेना चाहिए, जिससे हर्षोल्लास से नया वर्ष मनाया जा सके।