जिला परिषद
बाड़मेर\स्मार्ट हलचल।फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्युरिटी व आई. टी. सी. मिशन सुनहरा कल के सयुक्त तत्वाधान में रामसर पंचायत समिति सभागार में शामलात संसाधनों की पुर्नवस्पतिकरण पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के उद्देश्य एवं महत्त्व के बारे बताया, इसके साथ मानसून के दौरान चारागाह में लगाने वाले घास बीज पौधरोपन की तैयारी अभी से करने के निर्देश दिए। फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्युरिटी की और से हाकम सिंह राठौड़ ने जिले में चल रहे प्रोग्राम के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया की चारागाह भूमि में पोधारोपन,बीजा रोपण एवं घास बिजाई हेतु गोल्डन रुल सही प्रजाति, स्थान, समय व सही विधि के चयन से हमारा चारागाह विकसित होगा। इसके अलावा चारागाह विकास समिति के सदस्यों की जिम्मेदारियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
घास व पोधो के बीज बॉल बनाने पर चर्चा की गई जिसमे सही मात्रा में खाद मिट्टी व रेत का मिश्रण कर बिज बोल बनाने व घास के बीजो की थेपडीया बनाने व पोधारोपन के साथ 1+3 बीज लगाने की विधि पर चर्चा की गई। और पंचायत समिति के परिसर में पौधा लगाने का डेमो कर दिखाया गया
इस प्रशिक्षण में ग्राम विकास अधिकारी, कृषि प्रवेक्षक, पशुपालन विभाग ,महिला एवं बाल विभाग से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ,आशा ,anm ,एलडीसी,अध्यापक समेत 7 ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि ने भाग लिया