(महेन्द्र नागौरी)
भीलवाड़ा /स्मार्ट हलचल/भीलवाड़ा शहर में वर्तमान में पेय जल संकट से राहत हेतु पांरपरिक जल स्त्रोतो बावडीयो के पुनरुद्धार करवाये जाने को लेकर शहर के एक जागरूक पार्षद ने सीएम भजन लाल शर्मा को खत लिखा है ।सीएम शर्मा को वार्ड 25 के भाजपा पार्षद राजेश सिसोदिया ने प्रेषित पत्र में कहा कि भीलवाड़ा शहर में चम्बल प्रोजेक्ट में करोड़ो रुपये फुकने के बावजूद भी चम्बल से कई बस्तीयो में पेयजल संकट बना हुआ है इसे लेकर आमजन आये दिन के जाम लगाकर धरने प्रदर्शन करते रहते है यदि सरकार प्राचीन बाबडियो का पुनरुद्धार करवाये तो उससे भी प्रशासन व सरकार को भी राहत मिलेगी ।सिसोदिया ने आरोप लगाया कि पिछली सरकारो ने भी इन बावडीयो के पुनरुद्धार हेतु योजना बनवाई थी,जो पुर्ण रूप से धरातल पर नहीं उतर पाई,तत्कालीन सरकारो ने (आजादी पुर्व) सार्वजनिक जल संसाधन को जनता के हितो को देखते हुये निर्माण कराये थे। बाद में प्रशासन की अनदेखी के अभाव में इन जल स्त्रो बावडीयो पर ध्यान नही दिया गया नतिजा ये रहा कि ऐतिहासिक बावडीया क्षतिग्रस्त होकर अतिक्रमण की भेट चढ़ गई।पार्षद सिसोदिया ने कहा कि भारत सरकार के मिशन अमृत जल योजना में प्राचीन कुए बाबडियो को इसमें शामिल कर भीलवाड़ा शहर के जल स्त्रोतो का जर्णोधार कराये जावे।इस विषय (जल संकट) पर राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर ने जो जल स्त्रोतो पर निर्णय दिया गया था जिसकी प्रति भी भेज कर इन पारपारिक जल स्त्रोतो को मूल स्वरूप में रखा जाने हेतु नदी, नालो, तालाब, बावडीया, आदि है, जिनके अस्तित्व को खतरा है या फिर इन पर अतिक्रर्मी काबिज हो गये है।
ये है भीलवाड़ा शहर की बावडीयो की सूची:-
1.शहर के सांगानेरी रोड इदगाह के पास ।
2. पथवारी के सामने सांगानेरी गेट (मेहतर) की बावडी ।
3. अमरतिया भैरुजी के सामने पंचमुखी रोड के पास बावडी ।
4. मीयाचन्दजी (सीतारामजी) की बावडी 5. बावडी के बालाजी गुलमंडी ।
6. रामद्वारा बावडी ।
7 श्याम विहार जैन मन्दिर
के पास बावडी।
8.तेजाजी के चोक बावडी। 9.पगलीया बावडी उप
नगर पुर ।
10.काली बावडी उप नगर
पुर
11.छीपा बावडी उप नगर
पुर
12 लम्बी कुई सुनारो की
बावडी उप नगर पुर
13.तलाई पनगट बावडी
उप नगर पुर ।
14 खारी बावडी उप नगर
पुर ।
15.सांड की बावडी उप
नगर पुर
16 मण्डिाया कुन्ड बावडी
उप नगर पुर
17 चारभुजा मन्दिर के
पास सांगानेर बावडी ।
सिसोदिया ने कहा कि
इन 17 बावडीयो की सरकार सुध लेकर जल संकट निवारण हेतु बावडीयो का संरक्षण कर इनकी मरम्मत व सफाई करा जनता के हितो की रक्षा कर जनता पेय जल संकट से राहत दिलाई
जावे ।