आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं को लेकर टीएमसी नेता और राज्य के मंत्री स्वप्न देबनाथ ने एक विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने दावा किया कि ‘रिक्लेम द नाइट’ आंदोलन के दौरान दो लड़कों के साथ एक लड़की शराब पी रही थी। उन्होंने कहा कि आंदोलन में शामिल लड़कियो के मां-बाप को अपनी बेटियों पर नजर रखनी चाहिए थी।स्वप्न देबनाथ ने कहा कि हालांकि किसी भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए बंगाल सरकार जिम्मेदार है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा एक साझा जिम्मेदारी है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने मंत्री के बयान से पल्ला झाड़ लिया है. स्वपन देबनाथ बुधवार को पूर्व बर्धमान जिले में लोगों को संबोधित करते हुए एक वीडियो में दिखाई दिए, जिसमें उन्होंने दावा किया कि हाल ही में पूर्वस्थली में ‘रीक्लेम द नाइट’ आंदोलन के दौरान एक महिला और दो पुरुषों को एक होटल में बीयर पीते हुए देखा गया था.
क्या था ‘रीक्लेम द नाइट’ मूवमेंट
8 सितंबर की आधी रात को हजारों महिलाओं ने ‘रीक्लेम द नाइट’अभियान के तीसरे एडिशन में हिस्सा लिया, जिसमें पिछले महीने कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में कथित तौर पर बलात्कार और हत्या की शिकार हुई एक डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की गई. यह प्रदर्शन दुखद घटना के एक महीने पूरे होने पर किया गया.
मंत्री के हवाले से कहा ‘क्या होता अगर महिला के साथ कुछ अनहोनी हो जाती? उस समय हमारे लोग निगरानी कर रहे थे, लेकिन अगर वे आसपास नहीं होते? माता-पिता के लिए मेरे शब्द – आपकी बेटी एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होने गई थी, यह ठीक है, लेकिन बाद में, उसे शराब पीते देखा गया. हमने आपको (माता-पिता को) उसे घर ले जाने के लिए सूचित किया. हमने पुलिस से भी उसे सुरक्षित रखने के लिए कहा.’ विवाद को देखते हुए TMC के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने कहा कि पार्टी इस तरह की टिप्पणियों का समर्थन नहीं करती है. उन्होंने कहा, ‘हम किसी भी व्यक्ति के व्यवहार को निर्देशित नहीं कर सकते, चाहे वह पुरुष हो या महिला, शराब पीने या कहीं जाने के बारे में. हम नैतिक पुलिसिंग में शामिल नहीं हैं.’